आज वर्ल्ड मलेरिया डे है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य मलेरिया से लोगों को जागरूक करना और उनकी जान की रक्षा करना है मलेरिया के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए प्रतिवर्ष विश्व मलेरिया दिवस(World Malaria Day) 25 अप्रैल को मनाया जाता है.
मलेरिया मच्छर के काटने से फैलता है. इस बिमारी से पीड़ित व्यक्ति का अगर सही समय में उचित इलाज न हो तो, मरीज की जान तक जा सकती है। इसलिए इसके प्रति जागरूकता बहुत आवश्यक है। 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मनाने का फैसला मई 2007 में 60वें विश्व स्वास्थ्य सभा के सत्र के दौरान लिया गया था. जिसके बाद 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस से जानते है जिसके वजह से हर साल लाखों लोगों की जान जाती है.
साल 2012 में मलेरिया के कारण लगभग 6,27,000 मौतें हुई जिनमें से अधिकतर अफ्रीकी, एशियाई, लैटिन अमेरिकी बच्चे शामिल हैं।
क्या है मलेरिया किसके काटने से होता है मलेरिया
संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से यह रोग फैलता है। 10-12 दिनो के बाद उस व्यक्ति में मलेरिया रोग के लक्षण प्रकट हो जाते हैं।
मलेरिया के लक्षण
मलेरिया के लक्षण फ्लू से मिलते-जुलते हैं। लेकिन मलेरिया के मामले में यह मच्छर के काटने के दस से पंद्रह दिनों के बाद दिखाई देता है। मलेरिया के दौरान तेज बुखार, धीरे-धीरे कंपकंपी से ठंड लगने लगती है। इसके अलावा खूब पसीना निकलना, सिरदर्द होना, उल्टी आना व बार-बार दस्त होना ये सब मलेरिया के लक्षण हैं। जबकि गंभीर मामलों में पीलिया की शिकायत हो जाती है।
मलेरिया से बचाओ
पूरे कपड़े पहने इसके अलावा मच्छर भगाने वाले रेपलेंट, स्प्रे और मच्छरदानी वाले बिस्तर का इस्तेमाल करें। बाहर सोने और कमरे की खिड़कियां खोलने से बचें।
जालीदार दरवाजे एवं खिडकियों का उपयोग करें, बाथरूम एवं टायलेट को यथा संभव साफ-सुथरा एवं सूखा रखें और घर के अन्दर और आस-पास गंदगी न पनपने दें।