मुसलमानो के नाम पर राजनीति करने वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को योगी आदित्यनाथ पर दिए अपने बयान से एक बार फिर खलबली मचा दी है। जिसके बाद से दोनों ओर से वाद विवाद का सिलसिला शुरू हो चुका है। दरअसल, ओवैसी ने शुक्रवार सवेरे यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर कहा कि, “उत्तर प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नहीं बनने देंगे, इंशा’अल्लाह।”
ओवैसी ने आगे कहा, अगर हमारे हौसले बुलंद रहेंगे, हम मेहनत करेंगे तो जो हम चाहते हैं, सबकुछ होगा। मगर हमारी कोशिश यही है कि उत्तर प्रदेश में दोबारा भाजपा की सरकार न बने। इस पर केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नक़वी ने कहा कि, ओवैसी हैदराबाद से आकर उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ या किसी और को मुख्यमंत्री कब से बनाने लगे? वे कांग्रेस पर मेहरबानी करें, भाजपा पर मेहरबानी की जरूरत नहीं है। उत्तर प्रदेश की जनता जानती है कि किसकी सरकार चाहिए।
वहीं ओवैसी के बयान पर योगी सरकार के मंत्री मोहसिन रजा ने जवाब देते हुए कहा कि, ओवैसी का ये वाला इंशाअल्लाह भारत तेरे टुकड़े होंगें वाले इंशाअल्लाह से मिल रहा है। मोहसिन ने ओवैसी के पूर्वजों को मुस्लिम लीग का नेता बताया और कहा कि ओवैसी के पूर्वज कांग्रेस पर दबाव बनाकर देश के टुकड़े कर गए थे। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, जो भी शक्तियां देश को खंड करने के लिए सोचेंगी, हमारी सरकार उन्हें खंड-खंड कर देगी।
गौरतलब हो की ओवैसी से पहले उनकी पार्टी ने नेता असीम वकार ने कहा था कि सभी राज्यों में उपमुख्यमंत्री का पद पूरी तरह से मुस्लिमों के लिए आरक्षित होना चाहिए। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वकार ने कहा की, सभी पार्टियाँ मुसलमानों से वोट तो माँगती है, लेकिन जब उसके बदले डिप्टी सीएम पद की माँग की जाती है तो उन्हें समस्या होने लगती है। मालूम हो कि इस बार 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में AIMIM ने यूपी की 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।