दिल्ली – एनसीआर में इस समय भीषण गर्मी ने लोगों को परेशान कर दिया है। गर्मी तो गर्मी इसके साथ ही दिल्ली में जल संकट ने भी लोगों के सामने हर साल की तरह इस बार भी एक बड़ी समस्या खड़ी कर दी है। दिल्ली के कई इलाकों में जल संकट को लेकर लोग काफी परेशान हैं। पानी की सप्लाई पहले के मुकाबले कम हो गई है जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कहा जा रहा है कि यमुना नदी में पानी के जलस्तर में कमी आने से यह समस्या पैदा हो रही है क्योंकि हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज द्वारा पानी कम छोड़ा गया है जिससे दिल्ली का दिल्ली का यमुना नदी का जलस्तर काफी कम हो गया है।
दिल्ली जल बोर्ड की माने तो वजीराबाद तालाब में जल स्तर 668 पॉइंट 7 फीट पर पहुंच गया है जो कि सामान्य से कम है। इसके अलावा हरियाणा से कैरियर लाइंड कैनाल और दिल्ली सब ब्रांच के जरिए होने वाले पानी की आपूर्ति में भी उतार-चढ़ाव दिल्ली में जल संकट का एक कारण है। दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि इससे दो नहरों में तैरती असामान्य सामग्री के चलते हैदरपुर फेस वन और 2 बवाना ,नांगलोई ,द्वारका डब्ल्यूटीपी में पानी का उत्पादन भी प्रभावित हुआ है।
आपको बता दें कि दिल्ली को 1200 एमजीडी पानी की जरूरत है जबकि दिल्ली जल बोर्ड फिलहाल 950 एमजीडी पानी की सप्लाई कर पा रहा है। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने हाल ही में कहा था कि हरियाणा द्वारा कम पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में जल संकट गहराता जा रहा है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा हैं कि वे दिल्ली में जल संकट को लेकर एलजी विनय कुमार सक्सेना से मुलाकात करेंगे और गुजारिश करेंगे कि वे हरियाणा से बात करें ताकि हरियाणा द्वारा दिल्ली के हिस्से का पानी यमुना में छोड़ा जाए।
आपको बता दें कि दिल्ली को जल के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भर करना पड़ता है। शुक्रवार को भी दिल्ली के कई इलाकों में पानी का प्रेशर कम रहा जिससे लोग काफी परेशान रहे । लोगों कहना था कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र सरकार को मिलकर दिल्ली में जल संकट की समस्या को सुलझाना चाहिए । लोगों ने कहा की हर बार ऐसा ही होता है और हर बार वादे किए जाते हैं पर इसका कोई परमानेंट सलूशन नहीं हो पाता है जिससे उन्हें काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। ReplyForward