यूपी विधानसभा का बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू हो चुका है. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 22 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2021 -22 का बजट पेश करेगी जो इस बार पेपरलेस होगा. आपको बता दे कि यूपी विधानसभा में बजट भाषण पढ़ने के लिए स्क्रीन लगाए जाने की खबर सामने आई है.
इसे इलेक्शन बजट भी कहा जा रहा है क्योकि अगले साल यानि 2022 में यूपी विधानसभा के चुनाव होने है जिसके चलते ये बजट सरकार के लिए काफी अहम है. बात अगर यूपी सरकार के इस बार के बजट की करे तो इस बार बजट के 5.5 लाख करोड़ से अधिक रहने का अनुमान लगाया जा रहा है.
सरकार की कोशिश इस बार के बजट में कई खास योजनाएं लाने की भी होगी क्योकि अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव है.

बताया जा रहा है कि योगी सरकार मुफ्त कोचिंग , विधार्थियों के लिए स्कालरशीप, कुछ इंटरमीडिएट पास कर चुके छात्रों के लिए लैपटॉप आदि की घोषणा कर युवा वर्ग को साधने की कोशिश कर सकती है. इसके अलावा नई शिक्षा नीति से जुड़ी कुछ योजनाएं बजट का हिस्सा हो सकती है.
साथ ही श्रमिकों के लिए भी सरकार बीमा योजना का ऐलान कर सकती है. डीबीटी के जरिये सीधे लाभ देने वाली स्कीम की भी घोषणा बजट में योगी सरकार कर सकती है.
बजट में इस बार योगी सरकार किसानों के लिए भी कई घोषणा कर सकती है क्योकि जिस तरह कृषि कानून के विरोध में किसान दिल्ली के बार्डरों पर डटे है और यूपी के कुछ हिस्सों में भी किसान नए कृषि कानून के खिलाफ आवाज उठा रहे है उसका ध्यान योगी सरकार को है.