बीते रविवार को संसद टीवी मे अपने एक इंटरव्यू के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गिनाए अनपढ़ आदमी की कमियां कहा, “एक अनपढ़ आदमी देश पर कितना बड़ा बोझ होता है, वह न तो संविधान से मिले अपने अधिकारों को जानता है, न संविधान ने हमसे जो अपेक्षा की है उन दायित्वों को जानता हैं, वो कैसे एक अच्छा नागरिक बन सकता है। इसलिए गुजरात में उन्होंने आमूलचूल परिवर्तन किए। उसी तरह शहरी विकास और ग्रामीण विकास समेत कई विभागों में बदलाव के साथ गुजरात को बदला।”
उन्होंने गुजरात मॉडल की बात करते हुए आगे कहा की, जिस तरह नरेंद्र मोदी सरकार ने गुजरात को विकास से जोड़ा वो देश के अन्य राज्यों के लिए उदाहरण है। उन्होंने कहा, ”गुजरात में शिक्षा को लेकर कई कार्य हुए। उसके लिए हमारी सरकार ने अभिभावकों की विशेषकर माताओं की कमेटी बनाई।
मास्टरों की जिम्मेदारी तय की। प्राइमरी एजुकेशन में गुणवत्ता लाने के लिए गुणोत्सव कार्यक्रम शुरू किया और इसका बड़ा फायदा भी हुआ। अगर इसका कोई विश्लेषण करेगा तो मालूम होगा कि देश के विकास में और गुजरात के विकास में इसका कंट्रयूब्यूशन क्या हो सकता है।”
पीएम मोदी को लेकर शाह ने कहा, “बीजेपी में आने के बाद पीएम का कालखंड तीन रूपों में कह सकते हैं। पहला संगठनात्मक रुप में, फिर वे गुजरात में मुख्यमंत्री रहे और अब राष्ट्रीय राजनीति में हैं। जब उन्हें गुजरात बीजेपी में संगठन तौर पर भेजा गया, तब बीजेपी के खस्ताहाल थे। तब मोदी जी ने 1987 से संगठन को संभाला।
सबसे पहले कार्पोरेशन चुनाव में हमने रिकॉर्ड जीत हासिल की। उनके गुजरात में संगठन मंत्री बनने के एक साल के भीतर पर हम पहली बार सत्ता में आए। वो दिन है और आज तक का दिन, हमने पीछे मुड़कर नहीं देखा। नरेंद्र मोदी जी ने नर्मदा योजना को अंजाम तक पहुंचाया। सौनी योजना से गुजरात में पानी की किल्लत खत्म की। इस तरह नरेंद्र भाई से न केवल गुजरात बल्कि देशभर में आशा की किरण जगी।”