| दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने फिर एक बार केजरीवाल सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि कहा कि भ्रष्टाचार उन्मूलन का नारा देकर सत्ता में आए सीएम अरविन्द केजरवाल की सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के साथ-साथ दिल्ली सरकार की प्रशासनिक व्यवस्था को संचालित करने वाले अधिकारी भी भरपूर भ्रष्टाचार में लिप्त है। अनिल कुमार ने कहा कि इन अधिकारियों के खिलाफ मिली शिकायत पर उपराज्यपाल ने संज्ञान लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्यरत उपसचिव, दो एसडीएम और एक सब रजिस्ट्रार को निलंबित करने के निर्देश दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को देने पड़े।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार नियंत्रण के लिए उपराज्यपाल द्वारा की गई कार्रवाई से साफ हो गया कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की नाक के नीचे भ्रष्टाचार फलफूल रहा हैl लेकिन मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार समाप्त करने के बजाय अपने भ्रष्टाचारी मंत्री सत्येन्द्र जैन को बचाने में लगे हैl इसके साथ ही दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि यह अफससोसजनक है कि दिल्ली सरकार के विजिलेंस विभाग के होते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश उपराज्यपाल को देने पड़ रहे है। उन्होंने कहा कि पिछले 8 वर्षों से दिल्ली की सत्ता पर आसीन आम आदमी पार्टी की अरविन्द केजरीवाल के कार्यकाल में भ्रष्टाचार का बोलबाला इस कदर हावी हो गया है कि जनता का सामाजिक,
कल्याण अथवा प्रशासनिक किसी भी तरह का काम बिना रिश्वत के पूरा नही हो सकता है, जबकि केजरीवाल पारदर्शिता और ईमानदारी का बखान करते है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में अस्थायी अस्पताल बनाने का भ्रष्टाचार का मामला भी सामने आया है जिसमें उन्होंने अस्थायी अस्पताल सिर्फ कागजों में ही बनाए है, वास्तविकता में दिल्ली सरकार ने सिर्फ घोषणा करके टैंडर निकाला, परंतु अस्पताल नही बने। बता दे कि इसके साथ ही अनिल कुमार ने केजरीवाल सरकार पर कोविड काल में दिल्लीवालों की जान से खिलवाड़ कर भ्रष्टाचार के द्वारा पार्टी के लिए फंड अर्जित करने का आरोप भी लगाया है। ReplyForward | |