टमाटर के उचित दाम ना मिलने से परेशान किसानों ने नष्ट किए टमाटर, अब सरकार से की मुआवजे की मांग

टमाटर के उचित दाम ना मिलने से परेशान देश के अलग अलग किसानों ने टमाटर नष्ट करना शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है की उन्हें उत्पादन का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है। स्थिति ऐसी हो गई है कि लागत भी नहीं निकल पा रही है। जिससे गुस्साए किसानों ने टमाटर को औने-पौने दाम पर उत्पादों को बेचने की बजाय नष्ट कर दे रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ, फल और सब्जियों के दाम में तेजी सामने आई है जिसका 1% लाभ भी किसानों को नहीं मिल रहा है।

किसानों की मांग, मुआवजा दे सरकार 
फिलहाल टमाटर का थोक भाव 2.5 रुपए किलो के आसपास है। किसानों का कहना है कि 2 रुपए प्रति किलो के हिसाब से किराया लगता है। फसल तैयार होने के बाद ग्रेडिंग और तुड़ाई में प्रति किलो 2 रुपए का खर्च है और मंडी में 25 किलो का 5 रुपए शुल्क है। हमारी लागत भी नहीं निकल पा रही है। किसानों की मांग है कि सरकार मुआवजा देकर किसानों की समस्या को दूर करे।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसा तब होता है जब उत्पादन बहुत ज्यादा हो जाए, या काफी कम हो या बिल्कुल भी न हो। किसानों को ऐसी स्थिति का सामना न करना पड़े, इसके लिए सरकार को कुछ कदम उठाने की जरूरत है क्योंकि इससे सिर्फ किसानों को ही परेशान नहीं होना पड़ता बल्कि ग्राहक भी दिक्कतों का सामना करते हैं।

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