पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां जोरों पर है. सत्ताधारी टीएमसी से लेकर भाजपा जी जान से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगी हुई है. हाल ही में पश्चिम बंगाल में बड़ी मात्रा में दल बदल की प्रकिया देखने को मिली है जिसने पूरे देश का ध्यान अपनी और खींचा है. टीएमस के पूर्व नेता शुभेंदु अधिकारी ने जब से भाजपा का हाथ थामा हैं तब से टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल होने का सिलसिला शुरू हो गाय है जो लगातार जारी है. टीएंमसी के कई नेता अपनी ही पार्टी पर इस बीच सवाल खड़े कर चुके है जहां इसमें ताजा नाम टीएमसी विधायक वैशाली डालमिया का है. BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली की करीबी और टीएमसी विधायक वैशाली डालमिया ने पार्टी के काम करने के तरीके पर सवाल उठाए और कहा कि पार्टी में कुछ लोग दूसरों को काम नहीं करने दे रहे. ऐसे लोग दीमक की तरह पार्टी को अंदर ही अंदर खोखला कर रहे हैं. वैशाली डालमिया ने कहा कि पिछले तीन चार सालों से पार्टी में लोग एक-दूसरे को काम नहीं करने दे रहे हैं. साथ ही उन्होने कहा कि ये ऐसे लोग हैं, जिनके दिल में कार्यकर्ताओं के लिए प्यार नहीं बचा और न ही इन्हें राज्य की जनता के भले की चिंता है। इन लोगों को सिर्फ अपने आप से मतलब है. इसी बीच ऐसी अटकले भी लगने शुरू हो गई है कि पार्टी ने नाराज वैशाली डालमिया भाजपा का दामन भी थाम सकती है. गौरतलब है कि अगर ऐसा होता है तो ये TMC और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के लिए एक और बड़ा झटका होगा.