राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बीते दिनों एक बयान दिया था जिसमे उन्होंने कहा था कि, “अधिक महिला कर्मचारियों वाले स्कूलों में अधिक झगड़े होते हैं।” शिक्षा मंत्री के अब इसी बयान का चौतरफा विरोध होने लगा है। बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव अलका गुर्जर ने बुधवार को गोविंद सिंह पर विरोधी बयान देने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये बयान उनकी दूषित मानसिकता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, “डोटासरा द्वारा दिया गया बयान महिला विरोधी है और उनकी दूषित मानसिकता को दर्शाता है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में सक्षम हैं और पुरुषों से ज्यादा काम करती हैं क्योंकि काम के अलावा उनके पास घर और सामाजिक जिम्मेदारियां भी होती हैं।” बता दें डोटासरा ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि अधिक महिला कर्मचारियों वाले स्कूलों में अधिक झगड़े होते हैं।
उन्होंने कहा था की, “विभाग का मुखिया होने के नाते एक बात मैं कहना चाहूंगा कि आपके आपस में झगड़े बहुत होते हैं। जहां महिला कर्मचारी अधिक संख्या में हैं वहां कभी-कभी प्रधानाध्यापकों या अन्य शिक्षकों को सिरदर्द के लिए ‘सैरीडॉन’ की गोली लेने की आवश्यकता होती है। कभी-कभी छुट्टी के लिए झगड़े होते हैं, और अन्य दिनों में यह किसी और चीज के लिए होता है।”
डोटासरा ने आगे कहा, मेरा मानना है कि अगर आप इन छोटी-छोटी चीजों को ठीक कर लें तो आप हमेशा खुद को पुरुषों से आगे पाएंगी। राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा कि मंत्री के इस मूर्खतापूर्ण बयान की हम सब निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि वह शिक्षा मंत्री नहीं बल्कि मूर्ख मंत्री हैं। वह मंत्री की कुर्सी पर रहते हुए ऐसा बयान कैसे दे सकते हैं? उन्हें माफी मांगनी चाहिए।