अफगानिस्तान की सत्ता में 20 साल बाद वापसी करने वाला तालिबान ने अब अमेरिका से टकराना शुरू कर दिया है। दरअसल तालिबान ने अमेरिका से अफगान हवाई क्षेत्र में ड्रोन संचालन बंद करने के लिए कहा है और ऐसा नहीं करने पर अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा है। साथ ही धमकी भरे लहजे में यह भी कहा है कि उसे अगर किसी नकारात्मक परिणामों से बचना है तो इसका पालन करना ही होगा।
इसके साथ ही तालिबान ने लिखित बयान जारी करते हुए अमेरिका को धमकी भी दी है। बयान में कहा गया है कि अमेरिका नियमों का पालन करे नहीं तो उसे बुरी नतीजे भुगतने पड़ेंगे। बता दें कि तालिबान का यह बयान उस घटना के संदर्भ में आया है, जिसमें आतंकियों पर अमेरिका ने ड्रोन हमला किया था, मगर गलती से इस हमले में निर्दोष मारे गए थे।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने अमेरिका के कदम को राष्ट्रीय सुरक्षा का उल्लंघन करार देते हुए सभी देशों से आपसी जिम्मेदारियों के साथ काम करने के लिए कहा है। मुजाहिद ने कहा कि जिम्मेदारी के साथ काम करने से बुरी नतीजों से बचा जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार ट्वीट में प्रवक्ता ने कहा, ‘हम सभी देशों, खासकर अमेरिका से जिम्मेदारियों के साथ काम करने की अपील करते हैं ताकि किसी भी नकारात्मक परिमाण से बचा जा सके।’
तालिबान ने अपने बयान में कहा, हमने हाल ही में देखा कि अमेरिका ने दोहा में इस्लामिक अमीरात के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं, अंतरराष्ट्रीय कानूनों और अधिकारों का उल्लंघन किया। अमेरिका के ड्रोन ने अफगान हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की। इन उल्लंघनों को सुधारा जाना चाहिए और रोका जाना चाहिए। तालिबान ने आगे कहा है कि देश में अस्थायी रूप से 1964 वाला संविधान कुछ संशोधनों के साथ लागू किया जाएगा।
बता दें कि पिछले महीने अमेरिका ने काबुल में ड्रोन हमले से ISIS-K के आतंकवादियों को निशाना बनाया, जिसमें सात बच्चों सहित 10 नागरिक मारे गए। मगर बाद में पता चला कि अमेरिका ने जहां ड्रोन हमला किया, उसमें आतंकी नहीं मारे गए, बल्कि निर्दोष मारे गए। सच सामने आने के बाद इस महीने की शुरुआत में अमेरिका ने इस दुखद गलती के लिए माफी भी मांगी थी।