मोटापे की समस्या हर किसी को परेशान करती हैं चाहे वो बच्चें हो या फिर जवान या फिर बूढ़े. हाल ही के दिनों में ये देखा गया है बच्चें मोटापे की चपेट में पहले से ज्यादा आने लगे है. बच्चों में मोटापा बढ़ने के कई कारण हो सकते है. लेकिन हाल ही में हुए एक रिसर्च से जो पता चला है उसने सबको चौंका दिया है. दरअसल अमेरिका एकेडमी ऑप पीडियाट्रिक्स के रिसर्च के मुताबिक 6 साल तक के वैसे बच्चे जो रात 9 बजे या उसके बाद तक जागते रहते हैं, उनमें मोटापा और वजन बढ़ने की आशंका और बच्चे के मुकाबले अधिक होती है. खासकर, उन बच्चों में जिनके माता-पिता मोटापे से ग्रस्त हैं.
शोधकर्ताओं का कहना है कि देर रात तक जागने से बच्चों की नींद पूरी नहीं होती जिससे बच्चों में इंसुलिन और ग्लूकोच प्रॉसेस नहीं होने से बच्चों में मोटापा बढ़ने लगता है. ऐसे में बच्चों का पूरी तरह से नींद लेना आवश्यक है. कम नींद लेने से बच्चों के मांसिक विकास पर भी असर पड़ता है. पूरी नींद लेने वाले बच्चों में सीखने की क्षमता भी अधिक होती है. वहीं रात में नींद न लेने वाले बच्चें को दिनभर नींद की झपकी आती रहती है और कक्षा में उनकी पढ़ाई पर भी इससे असर पड़ता है.
ऐसे में अगर आप भी अभिभावक है तो आपको भी बच्चों को रात में खाना खाने के बाद समय से सोने के लिए भेजना चाहिए ताकि उनकी नींद पूरी हो और वे मोटापे सहित कई परेशानियों से दूर रह सकें. कोशिश करे की घर पर खाना देर रात को न खाया जाए.