लगातार शुर्खियों में बनी हुई फिल्म “ द कश्मीर फाइल्स” को बयानबाजी का दौर जारी है. एक और जहां बीजेपी इस फिल्म को सपोर्ट कर रही हैं तो वहीं विपक्ष द्वारा इस फिल्म को लेकर बयानबाजी का भी दौर जारी है. इसी कड़ी में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अब “ द कश्मीर फाइल्स ” को लेकर बयान दिया है. पवार ने कहा कि, ऐसी फिल्मों की स्क्रीनिंग नहीं होनी चाहिए क्योकि यह फिल्म लोगों को भड़काने का काम करती है, जिसे प्रोत्साहित किया जा रहा है.”
एनसीपी प्रमुख ने ये बाते दिल्ली में एक सम्मेलन में कही. पवार ने कहा कि इस फिल्म को रियायत दी जा रही है जो की नहीं होना चाहिए. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बीजेपी द्वारा “ द कश्मीर फाइल्स ” का प्रचार – प्रसार किए जाने को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर मोदी सरकार को वास्तव में कश्मीरी पंडितों की चिंता है तो मोदी सरकार को कश्मीरी पंडितों के कश्मीर घाटी में पुनर्वास के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए.
शरद पवार यहीं नहीं रूके उन्होंने ये भी कहा कि जब कश्मीर घाटी से कश्मीर पंडितों का पलायन शुरू हुआ तो उस वक्त वीपी सिंह देश के प्रधानमंत्री थे और उनकी सरकार को बीजेपी का समर्थन था. गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है जब विपक्ष में बैठी किसी पार्टी ने द कश्मीर फाइल्स को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा हो. इससे पहले कांग्रेस पार्टी भी इस फिल्म पर सवाल उठा चुकी है. वहीं भाजपा का कहना है कि इस फिल्म में जो दिखाया गया है वो सच है और हर एक भारतीय को ये फिल्म जरूर देखनी चाहिए. आपको बता दे कि कई भाजपा शासित राज्यों में ये फिल्म टेक्स फ्री हो चुकी है.