ऐरोसॉल एंड एयर क्वालिटी रिसर्च जर्नल में पब्लिश रिसर्च में दावा किया गया है की धो कर पहने जाने वाले कॉटन के मास्क भी साल भर तक कोरोना से बचाने में सक्षम होते है। रिसर्च के मुताबिक, कॉटन का मास्क अगर चेहरे की नाक और मुंह को अच्छी तरह से कवर कर रहा है तो यह कपड़े के मुकाबले कई गुना अधिक सुरक्षा देता है।
रिसर्च करने वाली कोलोराडो यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता मेरिना वेंस कहती हैं, “महामारी की शुरुआत से अब तक रोजाना करीब 7200 टन मेडिकल वेस्ट निकल रहा है। इसमें डिस्पोजेबल मास्क की संख्या ज्यादा है। यह पर्यावरण के लिए खतरा बन रहे हैं। इस खतरे को कम करने के लिए यह रिसर्च की गई कि धोकर सुखाने के बाद मास्क कितनी सुरक्षा देते हैं।”
उन्होंने आगे बताया कि टेस्टिंग के लिए मास्क को एक स्टील की नली पर लगाया गया। इसके बाद नली में एक तरफ से हवा और एयरबॉर्न पार्टिकल्स छोड़े गए। यह मास्क नमी वाले माहौल और तापमान घटने-बढ़ने पर कितने पार्टिकल्स को रोक पा रहा है, इसे भी जांचा गया। प्रयोग के बाद रिपोर्ट में सामने आया कि कॉटन के मास्क को कई बार धोने के बाद भी इसकी फिल्टर करने की क्षमता पर कोई असर नहीं पड़ा। दर्जनों बाद धोकर इस्तेमाल करने के बाद भी यह सुरक्षा देता है।