उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सियासी जमीन मजबूत करने की तलाश में रविवार को कानपुर पहुंचे एआईएमआईएम (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने जाजमऊ खुशबू ग्राउंड पर आयोजित सभा में कहा कि मुसलमानों की स्थिति बैंड बाजा बजाने वालों जैसी हो गई है। उन्हें पहले संगीत बजाने के लिए कहा जाता है, लेकिन विवाह स्थल पर पहुंचने पर उन्हें बाहर खड़ा कर दिया जाता है।
बता दें जाजमऊ इलाके में असदुद्दीन ओवैसी के साथ मंच पर माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की पत्नी शाइस्ता परवीन, एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली और प्रवक्ता असीम वकार भी मौजूद रहे। इस दौरान ओवैसी ने जनता की नब्ज को ध्यान में रखते हुए अपने भाषण की शुरुआत CAA और NRC को लेकर महानगर में हुई हिंसा और उसमें मारे गए मुस्लिमों के जिक्र से की।
आगे बढ़ते हुए ओवैसी ने कहा कि जिसके पास ताकत होती है आवाज भी उसी की सुनी जाती है। इसलिए, आगामी विधानसभा चुनाव में क़ौम को एक होकर पार्टी को जिताना होगा। ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों को सेक्युलर बनाने का पाठ पढ़ाया जाता है। लेकिन, दूसरे उसका अमल नहीं करते। इसीलिए आप जब यहां से जाएं तो फैसला लें कि अपने उम्मीदवार को ही जिताएंगे।
ओवैसी ने कहा कि मुझे आपसे शिकायत है कि आपने अब तक अपना नेता नहीं चुना, आपको अपने आप में तब्दीली लानी पड़ेगी। पूरे मुसलमानों को एक होकर वोट देना होगा। एक होकर एआईएमआईएम को नहीं अपने आपको वोट देना होगा। हजारों की भीड़ के बीच ओवैसी ने करीब एक घंटे के अपने भाषण के दौरान यह समझाने का प्रयास किया कि उनके चुनाव लड़ने से कहीं भी भाजपा की सरकार नहीं बनती।
उन्होंने कोलकाता, महाराष्ट्र और झारखंड समेत अनेक राज्यों के नाम गिनवाए और कहा कि वहां हम चुनाव लड़े थे लेकिन भाजपा की सरकार नहीं बनी। पूछा, अगर बीजेपी जीते तो उसके ज़िम्मेदार हम कैसे हो सकते हैं। ओवैसी ने कहा कि न तो केंद्र और न ही उत्तर प्रदेश के चुनाव में मुसलमानों ने भाजपा का वोट दिया। फिर भी केंद्र में मोदी और राज्य में योगी की सरकार है।
ओवैसी ने आगे पूछा, उन्हें एकजुट होकर किसने वोट दिया। कानपुर में भाजपा का सांसद कैसे जीता। जिन्हें मुसलमानों ने 75 फीसदी वोट दिया उनके उत्तर प्रदेश में कुल 15 सांसद बने। यही हाल राज्य के चुनाव का रहा। कहा, हिंदुओं ने एकजुट होकर योगी, मोदी को वोट दिया इसलिए वह जीते। ओवैसी ने जातियों और नेताओं के नाम गिनाते हुए कहा कि हर जाति का नेता है, लेकिन मुसलमानों का कोई नेता नहीं।
यूपी में 19 फीसदी मुसलमानों की आबादी है लेकिन नेता एक भी नहीं। संविधान तो नेता बनने का अधिकार देता है। उन्होंने अपने को मुसलमानों का नेता ठहराते हुए कहा कि एक ओवैसी नहीं पूरे प्रदेश में 100 ओवैसी चाहिए। यह जज़्बाती नारों से नहीं बल्कि मुत्तहिद होने से होगा।