आज तक आप और हम केवल यही सुनते आए है की मां बाप अपने बच्चे की रक्षा के लिए कुछ भी कर सकते है भलें ही वह अपनी जान गंवा दे मगर अपने बच्चों का बाल भी बांका नहीं होने देते। लेकिन दुनिया में एक ऐसा समुदाय है, जहां मां-बाप अपने ही हाथों से अपने बच्चों को मौत के घाट उतार देते हैं। अगर बच्चा कमजोर पैदा हुआ है या उसे किसी तरह की बीमारी होती है, तो मां-बाप पानी में डुबोकर उसे मार डालते हैं। इसके लिए कई तरह के तरीके अपनाए जाते हैं। कुछ लोग इन बच्चों को ऊंचाई से नदी में फेंक देते हैं तो कुछ बच्चों को पानी से भरे बर्तन में डुबोकर मार डालते हैं।
साउथ अफ्रीका (South Africa) के इथोपिया (Ethiopia) में रहने वाले कारो जनजाति (Karo Tribe) के लोग कुछ बच्चों को श्रापित मानते हैं। अगर बच्चा कमजोर है या किसी बीमारी से ग्रस्त है, तो उसका इलाज करवाने की जगह मां-बाप उसे नदी में जिंदा फेंक देते हैं। अगर मां-बाप की सहमति ना मिले तो गांव वाले ही जबरदस्ती बच्चों को मौत के घाट उतार देते हैं। गांव वालों का मानना है कि अगर इन बच्चों को जिंदा छोड़ा गया तो गांव में प्रलय आ जाएगा। महामारी फ़ैल जाएगी और गांव वालों की मौत हो जाएगी। इसलिए इन बच्चों को मार डाला जाता है।
दरअसल, कारो जनजाति (Karo Tribe) के लोग बीमार बच्चों को श्रापित मानते हैं। इसके अलावा अगर कोई बच्चा कमजोर है, दिव्यांग है तो वो भी श्रापित माना जाता है। साथ ही अगर जुड़वा पैदा हुए बच्चे, या जिन बच्चों के दांत के ऊपर दांत हो, उन्हे भी श्रापित ही माना जाता है। कारो समुदाय तब चर्चा में आया था जब यहां रहने वाली एक महिला ने गांव वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। उसने बताया था कि गांव वालों ने मिलकर एक साथ 15 बच्चों को, जिन्हें वो श्रापित मानते थे, उन्हें जिंदा ही मगरमच्छ को खिला दिया था।
OMG: यहां बच्चों को माना जाता है श्रापित, पैदा होते ही काट दिया जाता है गला, वजह जानकर हो जाएंगे हैरान
