सोमवार को जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकियों ने भारतीय जवानों पर हमला कर दिया जिसमे भारतीय सेना के पांच जवान शहीद हो गए। जानकारी के मुताबिक सैनिकों की यह शहादत उस वक्त हुई, जब एक टुकड़ी आतंकवादियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन कर रही थी।
इसी दौरान आतंकवादियों ने कायरता दिखाते हुए घात लगाकर सैनिकों की टुकड़ी पर हमला कर दिया, जिसमें एक जेसीओ समेत 5 सैनिक शहीद हो गए। जिस पर महबूबा मुफ्ती कहती है, “ये कैसा सिस्टम है इनका, कोई हमारे मुल्क की गोली से मरे वो ठीक है, आतंकी की गोली से मरे तो वो गलत।”
दरअसल आतंकियों के इस कायराना हमले के बाद जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का विवादित बयान सामने आया जिसमे उन्होंने कहा कि कोई हमारे मुल्क की गोली से मरे तो ठीक, लेकिन आतंकी की गोली से मरे तो गलत कैसे। किश्तवाड़ की एक सभा को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती कहती हैं ,
”हम आतंकवादियों की गोलियों से मरने वालों के परिजनों से मिलते हैं। हाल ही में सीआरपीएफ ने एसटी समुदाय के एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हम उनके परिवार से मिलने गए लेकिन घर पर ताला लगा हुआ था।” महबूबा मुफ्ती ने अपनी रैली में भारत-चीन सीमा विवाद का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि चीन ने जमीन पर कब्जा किया हुआ है और 40 सैनिकों को मार दिया फिर भी हम चीन से तो बातचीत कर रहे हैं न?
उन्होंने कहा, “मैं समझती हूं कि बातचीत के दरवाज़े बंद नहीं करने चाहिए। खून खराबा कब तक चलेगा? वाजपेयी का रास्ता ही इस खून खराबे को बंद कर सकता है।” महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा, “कहते हैं कि हिंदू मरता है तो मुसलमान वहां क्यों नहीं पहुंचते। महबूबा मुफ्ती वो है कि जहां भी हमारे रियासत में कोई मारा जाता है सबसे पहले पहुंचती है।”