जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने केंद्रीय एजेंसियों पर बड़ा आरोप लगाया है। दरअसल उन्होंने कहा है की बॉलीवुड स्टार शाहरूख खान (Shah Rukh Khan) के बेटे आर्यन खान (Aryan Khan) को सिर्फ उनके उपनाम (खान) के कारण केन्द्रीय एजेंसियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है।
जिसके बाद नाराज अधिकारियों ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से महबूबा मुफ्ती के इस बयान पर कारवाई की मांग की है। महबूबा ने सोमवार को सोशल मीडिया पर ट्वीट कर लिखा, “चार किसानों की हत्या के आरोपी केन्द्रीय मंत्री के बेटे के मामले में उदाहरण पेश करने के स्थान पर केन्द्रीय एजेंसियां 23 साल के युवक के पीछे पड़ी हैं, सिर्फ इसलिए क्योंकि उनका उपनाम खान है।
न्यायपालिका का मखौल है कि बीजेपी के कोर मतदाताओं को खुश करने के लिहाज से मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है।” यहां पर मुफ्ती केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा का संदर्भ दे रही थीं, जिन पर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में किसानों को कुचलने का आरोप है। बता दें फिलहाल आशीष मिश्रा को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो महबूबा मुफ्ती की ओर से आर्यन खान को लेकर दिए बयान को दो वकीलों ने समाज में सांप्रदायिक आधार पर घृणा फैलाने वाला बताया है। वकील विनीत जिंदल और अक्षिता ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से एफआईआर दर्ज करने और सख्त कार्रवाई की मांग की है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक वकील ने अपनी शिकायत में कहा है कि महबूबा मुफ्ती के खिलाफ उनके “उकसाने वाले बयान जो समुदायों के बीच नफरत और अशांति पैदा करने का इरादा रखता है इस के लिए प्राथमिकी दर्ज करने की आवश्यकता है।”
बता दें ड्रग्स मामले में फंसे शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को सोमवार को कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है। मुंबई सेशन कोर्ट ने उनकी सुनवाई 13 अक्टूबर तक टाल दी है। तब तक आर्यन खान को आर्थर रोड जेल में रहना होगा। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) उसी दिन यानी बुधवार को ही अपना जवाब दाखिल करेगा।जज वीवी पटेल ने एनसीबी को बुधवार तक जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। आर्यन खान की जमानत याचिका पर सुनवाई 13 अक्टूबर को दोपहर 2.45 बजे तय की गई है।