मोदी सरकार का अगला निशाना मीडिया है, बचना है तो साथ दे दो, नहीं तो आप भी गए: राकेश टिकैत

बुधवार को रायपुर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार पर बोला हमला कहा की कहा ‘सरकार मीडिया से झूठ बोलती है कि वह बातचीत के लिए तैयार है मगर किसान नहीं हैं। वे सशर्त संवाद करना चाहते हैं, जिसमें किसान भाग नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाएगा।

यह इसका मतलब है कि उन्होंने पहले ही समझौते का मसौदा तैयार कर लिया है और किसानों को बस इस पर हस्ताक्षर करना है।’ वहीं मीडिया के खिलाफ दिए गए अपने बयान की सफाई मे राकेश टिकैत ने कहा, ‘मैंने कल जो कुछ कहा था, उसका गलत अर्थ निकाला गया। मेरा वास्तव में मतलब था कि केंद्र का अगला लक्ष्य मीडिया घराना है। हमने मीडिया के खिलाफ कभी कुछ नहीं कहा।’

बता दें राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा था कि उनका अगला टारगेट मीडिया हाउस है, आपको बचना है तो साथ दे दो, नहीं तो आप भी गए। टिकैत ने आगे कहा, ‘सभी को हमारे साथ आना चाहिए। अगला निशाना मीडिया हाउस होंगे। अगर आप बचना चाहते हैं तो हमसे जुड़ें, नहीं तो आपको भी नुकसान होगा। हम (किसानों) छत्तीसगढ़ के मुद्दों को उठाएंगे। देश में सबसे बड़ी समस्या एमएसपी की है। हम इस मुद्दे को उठाएंगे।

हम इस बारे में बात करेंगे कि राज्य के सब्जी किसानों को कैसे अधिक लाभान्वित किया जा सकता है और उनके लिए क्या नीतियां बनाने की आवश्यकता है।’ केंद्र की नीतियों पर निशाना साधते हुए किसान नेता ने कहा कि रेलवे, हवाई अड्डे, बंदरगाह और एलआईसी (निजी हाथों को) बेचे जा रहे हैं और देश की पूरी संपत्ति को बिक्री के लिए रखा गया है। टिकैत ने आरोप लगाया कि वह देश को लूटने आए हैं और वह चाहते हैं कि सब कुछ निजी क्षेत्रों के हाथों में चला जाए।

उन्होंने दावा किया कि इससे देश जल्द ही ‘कंपनी राज’ को देखेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में किसानों को निशाना बनाया जा रहा है तथा अगला निशाना मीडिया होगा। टिकैत ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि वह देश को जाति और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं,

लेकिन आपको उनकी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए और केवल एक ही बात जाननी चाहिए कि हम सभी एक ही समुदाय के हैं वह समुदाय किसान है। उन्होंने युवाओं से विरोध में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि युवाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से आंदोलन को जन-जन तक ले जाना होगा। देश को युवाओं द्वारा क्रांति की जरूरत है। 

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