दिल्ली दौरे के बीच गुरुवार (जुलाई 29, 2021) की शाम पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गीतकार जावेद अख्तर व उनकी पत्नी अभिनेत्री शबाना आजमी से एक अहम मुलाकात की। मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में जावेद अख्तर से कहा, “देश का मिजाज बदलाव का है…उनकी (ममता) प्राथमिकता ये नहीं है कि वह नेतृत्व करें…उनका मानना है कि परिवर्तन होना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “बंगाल मॉडल एक उदाहरण है… इसमें कोई शक नहीं कि देश में खेला होबे।” मुलाकात पर सवाल पूछे जाने पर जावेद अख्तर ने कहा, “यह एक औपचारिक बैठक थी। बंगाल का इतिहास है कि इसने क्रांतिकारी आंदोलनों का नेतृत्व किया था। बंगाल के कलाकार और बुद्धिजीवी ममता जी का समर्थन करते हैं। हमने उनकी जीत पर बधाई दी।”
उन्होंने आगे कहा, “हम रॉयल्टी बिल में संशोधन में उनके समर्थन के लिए ममता जी के आभारी हैं, जिससे संगीतकार, गीतकार, गीतकार रॉयल्टी से लाभान्वित हो सकेंगे।” ममता बनर्जी के नेतृत्व करने की मंशा के सवाल पर जवाब देते हुए अख्तर ने कहा, “हमारी छोटी सी बातचीत में उन्होंने कभी नहीं कहा कि नेतृत्व उनकी प्राथमिकता है।
वह एक परिवर्तन चाहती हैं। पहले वह बंगाल के लिए लड़ी थीं और अब वह भारत में बदलाव के लिए लड़ना चाहती हैं। देश का नेतृत्व कौन करेगा यह महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन हिंदुस्तान कैसा होगा यह सबसे महत्वपूर्ण है। लोकतंत्र गतिशील और निरंतर होना चाहिए है।”
‘खेला होबे’ नारे के बारे में पूछे जाने पर कि क्या यह भारत में गूँजेगा, अख्तर ने कहा, “इसे सबूत की जरूरत नहीं है। यह अब चर्चा से परे है।” अख्तर ने कहा, “मेरा मानना है कि बदलाव होना चाहिए। अभी देश में बहुत तनाव है… ध्रुवीकरण है। कई लोग आक्रामक बयान देते हैं… हिंसक घटनाएँ हो रही हैं।”