यदि खनन में आपकी दिलचस्पी है तो आप माइनिंग इंजीनियरिंग में अपना करियर बना सकते हैं। भारत में खनन
रोजगार देने वाले मुख्य सेक्टर के तौर पर जाना जाता है और यह जीडीपी में भी बहुत ज्यादा योगदान देने वाला
सेक्टर है।
विशेषज्ञों का मानना भारत में आने वाले समय में माइनिंग सेक्टर में नए रोजगारों की संख्या 60 लाख से
ज्यादा होने की संभावना है और इस सेक्टर से साल 2025 तक भारत की जीडीपी में लगभग 4700 करोड़ डॉलर से
अधिक योगदान हो सकता है। भारत के युवाओं के लिए यह सेक्टर संभावनाओं से भरा हुआ है। आइए जानते हैं इस
फील्ड में करियर से जुड़ी सभी बातें..
माइनिंग के लिए पढ़ाई
माइनिंग के स्टूडेंट को मिनरल से संबंधित विषयों की पढ़ाई करनी पड़ती है। सामान्यतः इन्हें कई धातुओं के लिए
अयस्क खनन की तकनीक और तरीकों के बारे में पढ़ाया जाता है। मुख्य रूप से इसमें धातु, सॉलिड फ्यूल (कोयला
आदि), नॉन मेटलिक, चूना पत्थर (सीमेंट के लिए), मार्बल्स, ऊर्जा स्रोत के अलावा न्यूक्लियर मटीरियल शामिल
रहते हैं। अयस्क को निकालने के लिए कई चरण की प्रक्रिया शामिल होती है। इनमें वैज्ञानिक, माइनिंग करने वाले
मजदूर और टेक्नॉलजी की मदद से सभी कार्य किया जाता है। 12वीं बाद इंजीनियरिंग करने वाले विद्यार्थियों के यह
क्षेत्र बढ़िया साबित हो सकता है।
यहां हैं नौकरी की अपार संभावनाएं
अगर हम भारत की बात करें तो यह दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा बॉक्साइट अयस्क उत्पादन करने वाला और छठा
सबसे बड़ा लौह अयस्क उत्पादक देश है। भारत के पास 3000 से ज्यादा ऑपरेशनल माइंस और 302 बिलियन कोयले
का रिजर्व है। बढ़ते अयस्कों की मांग को देखकर यह अंदाजा लगाया जा रहा है आने वाले पंद्रह वर्षों में अयस्कों की
माँग बढ़कर दोगुनी हो जाएगी। भारत में लगभग 31.4 लाख वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में खनिज प्रचूर मात्रा में उपलब्ध
हैं। जिसमें से वर्तमान में लगभग 4550 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में लीज पर माइनिंग हो रही है।
मिलेगी अच्छी सैलरी
वर्तमान में इस सेक्टर में बहुत कम लोग हैं और काम बहुत ज्यादा इसलिए यहां बहुत अच्छी सेलरी मिल जाती है।
शरुआती दौर में यहां कम से कम 25 हजार रुपये तक का महीना मिल जाता है और अगर आपकी अनुभव दो साल हो
जाए तो 7 लाख रुपये तक का सालाना मिल जाता है। माइनिंग के कोर सेक्टर में फील्ड जॉब होने के वजह से पैकेज
ज्यादा मिलता है।
कोर्सेज
• बीटेक / एमटेक इन माइनिंग इंजिनियरिंग,
• पीजी डिप्लोमा इन मिनरल इंजिनियरिंग,
• माइन ऐंड क्वैरी इंजिनियरिंग,
• डिप्लोमा इन माइनिंग ऐंड माइन सर्वेइंग इंजिनियरिंग,
सिविल इंजिनियरिंग,
• पीएचडी इन माइनिंग इंजिनियरिंग/माइनिंग ऐंड मिनरल इंजिनियरिंग,
• मिनरल सर्वेइंग और जियॉलजी डिग्री ।
ये कंपनियां देती हैं नौकरियां
कोल इंडिया लिमिटेड, वाइजैग स्टील, टाटा स्टील, रियो टिनटो, मोनेट इस्पात, वेदांता, द इंडियन ब्यूरो ऑफ
माइनिंग, एचजेडएल, एचसीएल, इलेक्ट्रोस्टील, आईपीसीएल, नालको, जियॉलजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, अडानी
माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड ।