महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने 14 अप्रैल रात 8 बजे से 1 मई सुबह 7 बजे तक लॉकडाउन लगा दिया था। इसके साथ ही पूरे राज्य में धारा 144 लागू कर दी गई थी। जिसके कारण फिल्म, टीवी सीरियल्स और ऐड कमर्शियल्स की शूटिंग रुक गई थी। अब लॉकडाउन बढ़ा देने से सेट पर काम करने वाले लाखों टेक्नीशियन और दूसरे क्रू मेंबर्स के सामने फिर रोजगार का संकट खड़ा हो गया है।
इससे फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में टेक्नीशियन और क्रू मेंबर्स का तबका लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। सभी को उम्मीद थी कि 1 मई से शूटिंग का सिलसिला फिर शुरू होगा, लेकिन सरकार के 15 दिन लॉकडाउन बढ़ा देने से सेट पर काम करने वाले लाखों टेक्नीशियन और दूसरे क्रू मेंबर्स के सामने फिर रोजगार का संकट खड़ा हो गया है।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी के अनुसार, अगर लॉकडाउन बढ़ा तो इंडस्ट्री को कम से कम 1,000 करोड़ का नुकसान होगा ये हमने पहले ही सरकार को बताया था। ये भी बताया था कि डेली वेजेस कर्मचारियों की माली हालत खस्ता हो जाएगी। अब ऐसा ही हो रहा है। उद्धव सरकार ने बगैर हमारी बात पर गौर किए लॉकडाउन बढ़ा दिया और शूटिंग की परमिशन नहीं दी। शायद उन्हें हमसे कोई सरोकार नहीं। उनकी तरफ से पिछले पत्र को कोई जवाब नहीं आया।
बता दें कि इंडस्ट्री के साथ साथ रियलिटी शो भी बाहर शिफ्ट हो रहे हैं। पिछले दिनो ही सुपर डांसर का दमन में सेट लगया गया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की आने वाले समय में फिल्म सिटी मुंबई से बाहर शिफ्ट हो सकती है। दो प्रोड्यूसर ने उमरगांव में स्टूडियो बनाया है, वे वहीं शूट कर रहे हैं। दूसरों को भी दे रहे हैं शूटिंग के लिए। लॉकडाउन के बीच TV इंडस्ट्री के कई प्रोड्यूसर अपने शोज को गुजरात, हैदराबाद और गोवा में शूट कर रहे हैं।
फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे ने बताया कि मुंबई में तो सिर्फ मराठी फिल्म और सीरियल बनेगी। CM साहब तो सिर्फ मराठी फिल्म वालों से बात करते हैं, हमसे नहीं। उनका हिंदी वालों से जैसे कोई नाता नहीं। हमें मिलने का समय भी नहीं देते। हमारा महाराष्ट्र सरकार से अनुरोध है कि हमारी भी गुहार सुने। हमने चिट्ठी लिखी है अब जवाब का इंतजार है।
महाराष्ट्र: लॉक डाउन से इंडस्ट्री को 1000 करोड़ का नुकसान हुआ, फिल्मों और सीरियल की शूटिंग शुरू करने की मांग
