भारत एक कृषि प्रधान देश है और भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का एक बहुत बड़ा योगदान है। भारत में किसान अब पारंपरिक खेती के साथ-साथ खेती के लिए आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। खेती में ना सिर्फ अब केवल अनाज और अन्य चीजें उगई जाती हैं बल्कि किसान ऐसी चीज चीजों की भी फसल लगाते हैं जो उन्हें काफी फायदा दे। एक ऐसे ही चीज है काली इलायची। इसे बड़ी इलायची या भूरी इलायची भी कहा जाता है।
दरअसल, इसकी खेती किसानों को काफी ज्यादा फायदा पहुंचाती है। लेकिन जरूरत है बड़ी इलायची की खेती करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने की। बड़ी इलायची का प्रयोग खाने में किया जाता है। मुख्यतः इसका इस्तेमाल मसालों के रूप में होता है। बता दें कि बड़ी इलायची को मसालों की रानी भी कहा जाता है। खाने में स्वाद और सुगंध दोनों को बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग होता है। इस लेख में हम आपको बड़ी इलायची की खेती के बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं। तो आइए इस बारे में जानते हैं।
1.” बड़ी इलायची” की खेती के लिए हमें कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होता है, जिसमें पहली चीज है मिट्टी और जलवायु। हमें यह जानने की आवश्यकता है कि आखिर किस प्रकार की मिट्टी और जलवायु बड़ी इलायची की खेती के लिए उपयुक्त है ? तो बड़ी इलायची की खेती के लिए काली गहरी दोमट मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है। जिस खेत में बड़ी इलायची की खेती की जाती है उस खेत में की मिट्टी में प्रचुर मात्रा में फास्फोरस, पोटाश, और नाइट्रोजन का होना आवश्यक है। साथ ही बड़ी इलायची की खेती के लिए मिट्टी में पीएच का मान 4.5 से लेकर 7.2 तक होना आवश्यक होता है। वही बात अगर जलवायु की की जाए तो बड़ी इलायची की खेती के लिए उष्णकटिबंधीय गर्म जलवायु को सबसे अच्छा माना जाता है। बड़ी इलायची की खेती करते समय किन बातों का अगर ध्यान रखा जाए तो फसल काफी अच्छी होती है और मुनाफा भी कई गुना ज्यादा होता है।
2. अब अगर आगे बात बड़ी इलायची की खेती की की जाए तो बड़ी इलायची की खेती के लिए पौधे नर्सरी में तैयार किए जाते हैं। इसके लिए नर्सरी में 10 सेंटीमीटर की दूरी पर इलायची के बीजों की बुवाई की जाती है। उदाहरण स्वरुप अगर आप एक हेक्टेयर में बड़ी इलायची की खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए 1 किलोग्राम बड़ी इलायची का बीज पर्याप्त होता है। इसका ध्यान रखें कि जब आप बड़ी इलायची की खेती के लिए नर्सरी में पौधे बताए गए तरीके से तैयार कर रहे हो तो जब पौधे अंकुरित हो तो पौधे के गड्ढे को घास फूस से ढक देना चाहिए।
3. बड़ी इलायची की खेती के लिए रोपाई का समय काफी महत्वपूर्ण होता है। अगर गलत समय में इलायची के पौधों की रोपाई की जाए तो फायदा नहीं होता। बड़ी इलायची की रोपाई के लिए साल में जुलाई का महीना सबसे उपयुक्त होता है क्योंकि बड़ी इलायची के पौधे जुलाई या अगस्त के महीने में रोपाई करने से फसल काफी अच्छी होती है। रोपाई करते समय इस बात का ध्यान रखें कि पहले 30 मीटर लंबा और 30 सेंटीमीटर चौड़ा और 30 सेंटीमीटर गड्ढा खोदा जाए और 15 सेंटीमीटर नीचे की मिट्टी को अलग निकाल कर रख दिया जाए। इसके बाद इसमें जैविक खाद या गोबर की खाद मिलाकर गड्ढे में भर देनी चाहिए। इसके बाद गड्ढे में पौधे को लगाया जाना चाहिए। पौधों के बीच 1.5 मीटर की दूरी हो। एक हेक्टेयर में करीब 400 बड़ी इलायची के पौधे लगाए जाना अच्छा माना जाता है।
4. बात बड़ी इलायची की खेती के लिए खाद और उर्वरक की करें तो इलायची की रोपाई करने के लिए कुछ विशिष्ठ खादों की आवश्यकता होती है जिसकी जानकारी आपको खाद की दुकानों में आसानी से मिल जाएगी। इसके अलावा आप साल में दो बार गोबर की सड़ी हुई खाद और कंपोस्ट खाद को भी इन पौधों में खाद के रूप में डाल सकते हैं।
5. जहां तक बात बड़ी इलायची की खेती में सिंचाई की है तो बड़ी इलायची की खेती में मॉनसून समाप्त होने के बाद इसकी सिंचाई की व्यवस्था करना आवश्यक होता है। क्योंकि बड़ी इलायची की खेती में सिंचाई की निरंतर आवश्यक होती है। बता दें कि अगर आपने जिस खेत में बड़ी इलायची के पौधे लगाए हैं अगर उस खेत की मिट्टी उपजाऊ है तो 4 दिन में एक बार सिंचाई करना सही रहता है। वरना अगर मिट्टी उपजाऊ नहीं है तो आपको प्रति 2 दिन पर सिंचाई करनी चाहिए। साथ बड़ी इलायची की फसलों में समय-समय खरपतवार निकल आते हैं इसीलिए निराई करना भी आवश्यक है। साल में तीन से चार बार निराई पर्याप्त माना जाता है। बड़ी इलायची के पौधे में फल आने के बाद फल युक्त शाखा को ऊपर से काटना चाहिए और इसे अलग निकाल कर छाया में सुखाना चाहिए।
6. बात अगर उत्पादन और लाभ की की जाए तो बड़ी संख्या में इलायची की खेती से किसान 1 वर्ष में दो से तीन लाख प्रति हेक्टेयर की कमाई आसानी से कर सकते है। बड़ी इलायची की कीमत बाजारों में 900 से 12 सो रुपए प्रति किलो है। साथ ही साथ समय के साथ-साथ इसकी कीमत में बढ़ोतरी ह दर्ज की जाती है। पिछले कुछ वर्षों में बड़ी इलायची की कीमतों में लगातार वृद्धि देखने को मिली है जिसके कारण भी किसान बड़ी इलाइची की खेती की तरफ आकर्षित हुई है।