भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) को चेतावनी भरे लहजे में साफ कहा है कि वह अपने मंच का इस्तेमाल उसके आंतरिक मामलों में निहित स्वार्थों वाले लोगों को टिप्पणी करने के लिए नहीं करने दे सकते। गौरतलब हो की संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nation) के 76वें सत्र में हुई बैठक के दौरान इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) ने भारत से जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) का विशेष दर्जा समाप्त करने के फैसले को वापस लेने को कहा था।
जिस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “ओआईसी का भारत के अभिन्न अंग केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से संबंधित मामलों में कोई अधिकार नहीं है। हम इस बात को दोहराते हैं कि ओआईसी सचिवालय को भारत के आंतरिक मामलों पर टिप्पणियों के लिए निहित स्वार्थों वाले लोगों को अपने मंच का फायदा उठाने की अनुमति देने से बचना चाहिए।”
बता दें यह बैठक ओआईसी के महासचिव की अध्यक्षता में हुई थी। जहां बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा कि भारत को पांच अगस्त 2019 और उसके बाद लिए गए सभी गैर-कानूनी तथा एकतरफा फैसलों को वापस लेना चाहिए और जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन को रोकना चाहिए। भारत भी साफ तौर स्पष्ट कर चुका है कि अनुच्छेद-370 को निष्क्रिय कर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करना उसका आंतरिक मामला है।