साल 2020 लोगों को कोरोना के अलावा अपने स्वास्थ्य के प्रति भी सचेत करके गया है. इस साल ने बता दिया कि स्वास्थ्य ही सबसे बड़ी पूंजी है. अगर शरीर स्वस्थ्य नहीं है तो कुछ भी नहीं है. इसलिए अब समय आ गया है कि हम अपने स्वास्थ्य के प्रति पहले से भी अधिक सचेत हो जाएं. यह वाक्य तो आप बचपन से सुनते आ रहे होंगे कि ‘स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का विकास होता है’. यहां हम आपको शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग की महत्ता के बारे में बताने जा रहे हैं. योग आज के समय की मांग है. दवाईयां आपको कुछ समय के लिए आराम दे सकती है लेकिन योगाभ्यास करने से आप लंबे समय तक स्वस्थ्य रह सकते हैं.
आज की दौड़ती—भागती ज़िंदगी में अपने लिए जरूर कुछ समय निकालें. शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए प्रतिदिन आधा घंटा योग करें. योग का उद्देश्य होता है सर्वागीण विकास करना. सर्वागीण विकास का मतलब शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक तथा आत्मिक विकास से है. सुबह उठते ही कुछ समय योग को देने से आप पूरे दिन फ्रेशनैस महसूस कर सकते हैं. योग करने से आलस ना के बराबर आता है. योग का मतलब केवल हाथ—पैर उठाने से नहीं होता है. योग का तात्पर्य ध्यान लगाने से है. योग करने से आपका मन और दिमाग दोनों ही शांत रहता है. भारत में योग का इतिहास वेदों से भी पुराना है. भारत की धरोहर में योग को भी गिना जाता है. पूरी दुनिया को योग का वरदान देने वाले भारतीय लोग आज स्वंय ही इसे दूर होते जा रहे हैं. निरंतर योग करने से आप कई बीमारियों से दूर रह सकते हैं. इस लेख को पढ़ने के बाद भी आप योग करने का मन बना रहे हैं तो इन बातों का जरूर ध्यान रखें. प्रशिक्षकों के अनुसार योग करने का उचित समय सुबह ही होता है लेकिन आप अपनी सुविधानुसार शाम को भी योग कर सकते हैं. योग क्रियाएं हमेशा खाली पेट करना चाहिए. योग का मतलब ध्यान करना है. योग क्रियांए करते समय किसी से बात ना करें. सबसे ध्यान देने योग्य बात यह है कि योग का अभ्यास नियमित रूप से नहीं करने पर आपको बदन दर्द और बुखार जैसी समस्या हो सकती है. इसलिए अपनी नियमितता नहीं तोड़ें. योग में श्वास क्रिया पर विशेष ध्यान दिया जाता है. एक्सपर्ट के अनुसार श्वास प्रक्रिया नाक के माध्यम से करना ही ठीक रहता है. योगसन करते समय अगर आपके शरीर में कहीं दिक्कत हो रही है तो बिल्कुल शरीर पर अत्यधिक दबाव ना डालें. इससे आपको आगे परेशानी हो सकती है. जरूरी नहीं है कि सभी योगासन आप से हो ही पाएं. शुरुआती दौर में आप किसी अच्छे प्रशिक्षक से ही योगा की ट्रेनिंग लें. अगर आप वीडियो के माध्यम से योग कर रहे हैं तो पहले वीडियो बनाने वाले योगा टीचर के बारे में अच्छे से रिसर्च कर लें तभी उस पर विश्वास करके आगे बढ़े.
जिस तरह फाइनल पेपर से पहले टेस्ट पेपर होते हैं उसी तरह योग क्रिया में भी पहले शरीर को योग के लिए तैयार किया जाता है उसके बाद आगे बढ़ जाता है. यौगिक क्रिया में पहली क्रिया सूक्ष्म क्रियांए होती हैं. सबसे पहली जो सूक्ष्म क्रिया जो होती है वह हमारे शरीर के सबसे मुख्य अंग मस्तिष्क के लिए होती है दूसरी आंखों की रोश्नी तेज़ करने के लिए और तीसरी कान और चौथी क्रिया में आता है मुंह और स्वर तंत्र, पांचवी क्रिया गर्दन के लिए और छठवीं क्रिया कंधों के लिए और सातवी क्रिया में होता है हाथों का योग.