अगर आपको भी है बार बार पैरासिटामॉल खाने की आदत तो हो जाइए सतर्क, जा सकती है जान भी

सिरदर्द, बुखार, बदन दर्द, उल्टी इन सबके लिए मार्केट में धड़ल्ले से पेनकिलर्स और ऐंटिबायॉटिक्स बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिक रहे हैं और बड़ी संख्या में लोग इनका इस्तेमाल भी कर रहे हैं। लेकिन इनके कितने नुकसान हैं क्या आप जानते हैं? 
डॉक्टरों की मानें तो ज्यादातर लोग जिनमें पढ़े-लिखे लोगों की संख्या भी अच्छी खासी है वो दवा दुकानदार के पास जाते हैं उन्हें अपने सिम्पटम्स के बारे में बताते हैं कि उन्हें बदन दर्द हो रहा है या बुखार है, सर्दी-खांसी है, लूज मोशन हो रहा है और इन्हीं लक्षणों के आधार पर दवा दुकानदार उन्हें किसी तरह की कोई दवा बता देता है और मरीज उसका सेवन करता है। लेकिन ऐसा करना बेहद खतरनाक हो सकता है क्योंकि गलत दवाइयां खाने या फिर दवा की गलत डोज लेने से कई तरह की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं और कई बार ये जानलेवा भी साबित हो सकता है। डॉक्टर के अनुसार, अगर बुखार 100 डिग्री फैरनहाइट से ज्यादा हो तभी पैरासिटामॉल खाएं और भी 6 से 8 घंटे के अंतर में।

पैरासिटामोल के साइड इफेक्ट्स – 

इनका अगर ज्यादा सेवन किया जाए तो उनसे कब्ज की दिक्कत हो सकती है।
इसकी अत्यधिक मात्रा से ऐसिडिटी और पेट में अल्सर होने का खतरा रहता है। स्थिति गंभीर होने पर खून की उल्टी भी हो सकती है।
इस दवा का बहुत ज्यादा सेवन करने से लंग्स की प्रॉब्लम हो सकती है और अस्थमा भी हो सकता है। इसके अलावा हाई बीपी, प्रॉस्टेट से जुड़ी दिक्कतें और थाइरॉयड प्रॉब्लम भी हो सकती है।
इनका ज्यादा सेवन किया जाए तो शरीर में सुस्ती और नींद आने लगती है साथ ही इससे नजरें कमजोर हो सकती हैं और विजन लॉस का भी खतरा रहता है।

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