यदि आप भी जल्दबाजी में खाते हैं खाना तो हो जाइए सावधान, नहीं तो झेलनी पड़ेंगी ये मुसीबतें

आज से कई साल पहले बड़े बुजुर्ग इत्मीनान से एक जगह बैठकर धीरे-धीरे चबाकर खाना खाने के लिए कहा करते थे। मगर आज कल की बिजी लाइफ में लोगों के पास इतना वक्त ही कहां जो वह बैठकर खाना खा पाए। क्योंकि आजकल ऐसा होता है खाने को जल्दबाजी में किसी काम की तरह से निपटा दिया जाता। वहीं, इसके अलावा ऐसे लोग जिन्हें जल्दी-जल्दी खाने की आदत भी होती है।

मगर आप क्या इस बात से वाकिफ हैं कि आप बेशक जल्दी-जल्दी खाना खा कर एक तरफ तो हो जाते हैं,लेकिन आपकी इसी गलती की वजह से आपके शरीर को कितनी तरह की दिक्कतों का सामना  करना पड़ सकता है। इतना नहीं  बहुत बार तो कई तरह की बीमारी होने का खतरा भी बना रहता है। तो चालिये जानते हैं कि जल्दी-जल्दी खाना खाने से शरीर को किन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

1.डाइजेशन में गड़बड़
यदि खाना धीरे-धीरे खाया जाये तो इसे चबाकर खाना आसान होता है। साथ ही आपका डाइजेशन एक दम सही रहता है। इसके विपरीत यदि जल्दबाजी में खाना खाते हैं तो ये चबाने की बजाय निगल लिया जाता है,जिससे डाइजेशन बिगड़ने के पूरे-पूरे चांस होते हैं। इतना ही नहीं ऐसे में आपको सीने में जलन, अपच और गैस जैसी दिक्कतें होने की संभावना रहती है। इसका सबसे बड़ा नुक्सान आपका शरीर आवश्यक विटामिन और मिनरल जैसे पोषक तत्वों को भी अवशोषित नहीं कर पाता है।

 2.डायबिटीज होने का खतरा
जल्दबाजी में खाना खाने की आदत के चलते आपको डायबिटीज होने का पूरा-पूरा खतरा बना रहता है। दरअसल जल्दी खाना खाने से शरीर में इंसुलिन का प्रभाव कम होने लगता है और ब्लड ग्लूकोज के लेवल बढ़ने की संभावना बनी रहती है। जिससे डायबिटीज होने का डर बना रहता है।

3.वजन बढ़ने की शिकायत
ऐसा बहुत बार होता है जब जल्दी-जल्दी में खाना खाने के चक्कर में ओवरईटिंग हो जाती है, क्योंकि आपको जल्दबाजी में इस बात का अहसास नहीं हो पाता की आपका पेट भर गया है और आप ज्यादा खा लेते हैं। इसके साथ ही आप अपनी डाइट पर कंट्रोल नहीं कर पाते। इसी वजह से आपको वजन बढ़ने की दिक्कत झेलनी पड़ती है।

4.मेटाबॉलिक सिंड्रोम की दिक्कत
एक जगह पर आराम से बैठ कर धीरे-धीरे खाना खाने से आपकी मेटाबोलिक क्षमता बढ़ती है, लेकिन इसके विपरीत जब आप जल्दबाजी में खाना खाते हैं तो शरीर में ग्लूकोज़ और कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने की संभावना पूरी-पूरी रहती है, जिसकी वजह से मेटाबॉलिज्म का संतुलन बिगड़ सकता है और मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम होने का डर बना रहता है।

 नोट: यह लेख सिर्फ आपकी सामान्य जानकारी प्रदान करती है। ये किसी योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इसलिए ध्यान रहे इन पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर की सलाह एक बार अवश्य लें।

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