दिल्ली हाई कोर्ट ने राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार (Arvind Kejriwal Government) को रेमेडेसिविर (Remdesivir) की शीशियों को लेकर गलत आंकड़े बताने पर फटकार लगाई है। बता दें कि एंटी वायरल ड्रग रेमेडेसिविर (Remdesivir) का इस्तेमाल केवल गंभीर से गंभीर स्थिति वाले कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए किया जा रहा है। इसके साथ ही इसकी सप्लाई काफी कम है और मांग चौगुना गुना ज्यादा।
बीते दिनों दिल्ली हाई कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल सरकार से राजधानी दिल्ली में हुए आरटीपीसीआर टेस्ट्स के आंकड़े भी मांगे थे। गौरतलब हो कि दिल्ली सरकार ने आरटीपीसीआर टेस्ट्स की संख्या घटा दी है और कई प्राइवेट लैब्स को ये टेस्ट करने से मना कर दिया गया है। जिसका कारण भी हाई कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की सरकार से पूछा है। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी की भी चर्चा की और कहा कि एक दिन भी दिल्ली में एलोकेशन की सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंची।इस दौरान हाई कोर्ट ने गलत आंकड़े पेश करने पर केजरीवाल सरकार की जमकर क्लास लगाई।
ज्ञात हो कि, दिल्ली सरकार ने यह दावा किया था की केंद्र सरकार ने एंटी वायरल ड्रग रेमेडेसिविर (Remdesivir) की केवल 2500 शीशियां भेजी है, जबकि असल में वह शीशियां 52,000 उपलब्ध कराई गई थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवार सरकार को चेताया कि आगे से इस तरह की हरकते बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जायेगी। साथ ही दिल्ली सरकार से शवों को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के लिए डीटीसी की बसों के इस्तेमाल पर विचार करने को कहा।