कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बीजेपी पर सत्ता की बंदरबांट करने और खिलौनों की तरह मुख्यमंत्री बदलने का आरोप लगाया। इसके साथ ही यह दावा किया कि इस राजनीतिक अस्थिरता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा जिम्मेदार हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उत्तराखंड की जनता का अपमान किया है और राज्य को राजनीतिक अस्थिरिता में झोंक दिया है। वहीं पार्टी प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अब उत्तराखंड की जनता चुनाव का इंतजार कर रही है ताकि वह स्थिर और प्रगतिशील सरकार के लिए कांग्रेस को मौका दे सके।
कांग्रेस पार्टी प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा-
“राज्य के लोगों ने पूर्ण बहुमत देकर भाजपा को सरकार बनाने का मौका दिया, लेकिन भाजपा ने सिर्फ सत्ता की मलाई बांटने और सत्ता की बंदरबाट करने का काम किया। भाजपा के लिए यह अवसर सत्ता की मलाई चखने का अवसर बन गया। भाजपा का एक ही कार्यकाल में मुख्यमंत्री बदलने का इतिहास है। भाजपा खिलौनों की तरह मुख्यमंत्री बदलती है। यही उत्तराखंड में हो रहा है।
भाजपा ने उत्तराखंड में पहले भी तीन-तीन मुख्यमंत्री बदले थे और इस बार भी तीसरा मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी में है। हम तो कहेंगे कि अगले छह महीनों में दो-तीन और बदल दीजिए ताकि देश में सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री बदलने का रिकॉर्ड बन जाए।”
वहीं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, भाजपा का हाईड्रामा उत्तराखंड की जनता का अपमान है। यह 2017 में सत्ता में आए थे। प्रधानमंत्री जी ने डबल इंजन की सरकार देने का वादा किया था। लेकिन उत्तराखंड के हिस्से दो पूर्व मुख्यमंत्री जुड़ गए और आज एक नेता और पूर्व मुख्यमंत्री होने के लिए चयनित होगा।
उन्होंने आरोप लगाया, “भाजपा ने न तो उत्तराखंड की किसी समस्या का समाधान नहीं है। ना ही पलायन को रोक पा रही है। राज्य में सबसे अधिक बेरोजगारी है। विकास पूरी तरह ठप्प है।” वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया, “यह भाजपा नेतृत्व की लापरवाही और नासमझी है। एक ऐसे मुख्यमंत्री को उत्तराखंड पर थोपा गया कि जो विधानसभा का सदस्य नहीं है। भाजपा ने खुशहाल देवभूमि को बदहाल करने के लिए यह सब किया है।”