हरिद्वार महाकुंभ 2021 की तैयारियां जोरों पर हैं. उत्तराखण्ड की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार और केंद्र मोदी सरकार मिलकर इसकी तैयारियों में लगी हुई हैं. कुंभ मेले के लिए शाही स्नान की तारीखों का भी ऐलान हो चुका है. कोविड – 19 के इस दौर में कुंभ का आयोजन भी एक चुनौतिपूर्ण कार्य है. इसी बीच खबर हैं कि 27 फरवरी से शुरू होने जा रहे महाकुंभ की एसओपी प्रदेश में आपदा प्रबंधन विभाग जारी करेगा जहां शासन ने इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं. खबर है कि केंद्र सरकार की ओर से जारी हुई एसओपी के आधार पर यह गाइडलाइंस तैयार की जा रही हैं. शासन ने आपदा प्रबंधन विभाग को केंद्र की एसओपी भेजते हुए राज्य के स्तर पर इसकी एसओपी जारी करने के निर्देश दिए गए हैं. आपको बता दे कि आपदा प्रबंधन विभाग कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के पंजीकरण की वेबसाइट से लेकर उनकी रिपोर्ट की जांच, मेले के दौरान रैंडप सैंपलिंग आदि तमाम व्यवस्थाओं को बनाने के लिए दिशा-निर्देश जारी करेगा. इसके साथ हील कुंभ मेले का समय का नजदीक आने के साथ ही निर्माण कार्यों में भी तेजी आ गई है तो वहीं शासन स्तर से कुंभ के सभी कार्यों के लिए बजट जारी कर दिए गए हैं. माना जा रहा है कि 15 फरवरी तक सभी काम जमीनी स्तर पर पूरे हो जाएंगे. हालांकि इस बीच साधु संतों ने हरिद्वार महाकुंभ की तैयारियों पर सवाल भी खड़े किए हैं पर उत्तराखण्ड की त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार का दावा हैं कि हरिद्वार महाकुंभ 2021 की तैयारियां सही तरीके से हो रही हैं और इस बार हो रहे हरिद्वार महाकुंभ को सदियों तक याद किया जाएगा.