मोदी सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपना पहला कदम उठाते हुए ‘हौसला’ योजना की शुरुआत की। जिसके तहत महिलाएं स्वरोगार कर सकेंगी। ‘हौसला’ योजना का उद्देश्य महिलाओं के विकास को प्रोत्साहित करना और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना है।
हौसला योजना के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा और स्थानीय महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित कर उन्हें आगे लाया जाएगा। साथ ही आर्थिक मदद दी जाएगी। फिलहाल इसकी शुरुआत केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर की महिलाओं के लिए की है।
इस बारे में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का कहना है कि इसके माध्यम से जम्मू कश्मीर में महिलाओं के सामाजिक आर्थिक विकास के लिए नए अध्याय की शुरुआत हो रही है। इसके लिए सरकार की ओर से उन्हें निशुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी। जहां महिलाएं घर बैठे आसानी से अपना बिजनेस कर सकेंगी, साथ ही आर्थिक समस्याओं को दूर कर पाएंगी।
शुरुआती चरण में इसमें 100 महिलाओं को शामिल किया जाएगा। ‘हौसला’ योजना के तहत मार्केट, नेटवर्क, प्रशिक्षण के क्षेत्र में सहयोग दिया जाएगा। साथ ही इस के जरिए महिलाओं की भागीदारी आईटी, टेलीमेडिसिन, ई-लर्निंग बिजनेस, फैशन, पेंटिंग, हथकरघा, ई-कॉमर्स आदि जैसे क्षेत्रों में बढ़ेगी।
जम्मू कश्मीर की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार अभी तीन कार्ययोजना पर काम कर रही है। इनमें महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना, नेतृत्व की भूमिका में उनकी अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करना और स्वास्थ्य एवं आर्थिक विकास के लिए काम करना शामिल है।
हौसला योजना की अहमियत पर उपराज्यपाल ने कहा कि यह कार्यक्रम वैज्ञानिक तरीके से चलाने पर ध्यान दिया जाएगा। उपराज्यपाल ने कहा कि हौसला योजना एक मजबूत बुनियाद है जिससे हमारी बेटियों, बहनों को आर्थिक सामाजिक स्वतंत्रता हासिल होगी।
‘हौसला’ योजना की शुरूआत जुलाई 2021 से प्रारंभ होगी। इसका पहला बैच जम्मू कश्मीर ट्रेड प्रमोशन ऑर्गनाइजेशन के नेतृत्व में इंडस्ट्री के सहयोगियों और एसएमई फोरम द्वारा शुरू किया जाएगा। यह कोर्स 5 महीने का होगा, जिसमें 100 महिला उद्यमियों को शामिल किया गया है।