अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जिन्हे लौकी खाना बिल्कुल पसंद नहीं करते, तो एक बार जरूर आजमाएं लौकी की खीर। यह ना केवल प्रोटीन से भरपूर होती है बल्कि खाने में भी उतनी ही स्वादिष्ट होती है।
लौकी में भरपूर मात्रा में डायट्री फायबर, विटामिन- ए, विटामिन -सी, थायमिन, राइबोफ्लेविन, विटामिन- बी3, बी6, मिनरल्स, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम और जिंक पाया जाता है, जो आपको स्वस्थ बनाए रखता है। इसलिए डेजर्ट में इस बार लौकी की खीर जरूर ट्राई करें। यह बिलकुल साधारण चावल की खीर की तरह की पकती है। तो चलिए पहले जान लेते है इसे बनाने का तरीका:-
ऐसे बनाएं लौकी की खीर
सामग्री : एक लीटर फुलक्रीम दूध, लौकी 500 ग्राम, एक चम्मच घी, 10 काजू, 20 किशमिश, 4 से 5 इलाएची, 4 बादाम और आधा कप चीनी।
विधि : दूध को किसी भारी तले के बर्तन में डाल कर गरम करने के लिए रखें। लौकी को धोकर और छीलकर कद्दूकस कर लीजिए और उसका सारा जूस निचोड़कर निकाल दें। एक पैन में घी डालकर गर्म करें। इसमें लौकी डालें और 5 से 6 मिनट तक इसे चलाते हुए भूनें। दूध में उबाल आने के बाद भुनी लौकी को दूध में डालकर मिक्स करें और दूध को तब तक चलाएं जब तक उबाल न आ जाए। धीमी आंच पर पकने दीजिए।
इस बीच इलाएची को कूटकर खीर में डालें और आंच मध्यम कर दीजिए। तब तक पकाइए जब तक खीर में गाढ़ापन न आ जाए। बीच बीच में खीर को चलाते रहें। गाढ़ी होने के बाद खीर में काजू और बादाम को कूटकर टुकड़े करके डालें और किशामिश को भी डाल दें। जब खीर और लौकी साथ में गिरने लगे, तब गैस को बंद कर दीजिए। इसके बाद चीनी डालिए और ठंडा होने के बाद परोसिए।
लौकी की खीर के फायदे:-
>> डाइबिटीज के मरीजों के लिए लौकी का सेवन एक प्रभावकारी उपाय है। डाइबिटीज में खाली पेट लौकी का सेवन करना बेहतर होगा। आप चाहें तो लौकी का जूस पी सकते हैं।
>> लौकी का प्रतिदिन सेवन करने से त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है, और वह आकर्षक दिखाई देती है। कई महिलाएं व युवतियां इसके लिए लौकी का प्रयोग करती हैं।
>> लौकी का सबसे बड़ा फायदा है, कि यह आपका वजन बहुत जल्दी कम करने में सहायक होती है। इसलिए इसे उबालकर नमक के साथ खाया जाता है, या फिर इसका जूस पिया जाता है।
>> लौकी पाचन संबंधी समस्याओं का उत्तम इलाज है, साथ ही यह एसिडिटी में भी लाभप्रद है। लौकी को अपने भोजन में शामिल करने से पाचन क्रिया को बेहतर किया जा सकता है।
>> यूरिनरी डिऑर्डर अर्थात मूत्र संबंधी समस्याओं में भी लौकी बेहतर कारगर उपाय है। यह शरीर में सोडियम की अधिकता को कम करने में सहायक है, जो यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है।
>> लौकी को भोजन में शामिल करने से हानिकारक कोलेस्ट्रॉल बहुत आसानी से धीरे- धीरे कम होने लगता है, जिससे हृदय संबंधी या कोलेस्ट्रॉल से होने वाली अन्य समस्याएं नहीं होती। इसके लिए लौकी का जूस एक आदर्श पेय माना जाता है।
नोट- लौकी के जूस का सेवन करते समय यह ध्यान रखें, कि इसे किसी अन्य वेजिटेबल जूस के साथ मिक्स न करें। लौकी का जूस बनाने से पहले उसे टेस्ट कर लें, यदि वह कड़वी हो तो उसका सेवन बिल्कुल न करें। इसमें टेट्रासायक्लिक होता है, जो आपको डिहाइड्रेशन, जी मचलाना, गैस जैसी समस्याएं दे सकता है।