पड़ोसी देश पाकिस्तान का एक बड़ा हिस्सा इस समय बाढ़ की चपेट में है जिसके कारण पाकिस्तान के सामने इस समय मुश्किलें और भी गंभीर हो गई हैं। इस समय पाकिस्तान का लगभग एक तिहाई हिस्सा बाढ़ की चपेट में है और वर्तमान में पाकिस्तान अपने इतिहास का सबसे बड़ी बाढ़ का सामना कर रहा है। बाढ़ के कारण पाकिस्तान में हालात काफी खराब है। बाढ़ के कारण यहां कई स्वास्थ्य केंद्र पूरी तरह से नष्ट हो गए हैं जिस कारण लोगों को जरूरी इलाज भी नहीं मिल पा रहा है।
इसके साथ ही खाने-पीने की कमी के अलावा अन्य जरूरी रोजमर्रा की चीजों की भी भारी किल्लत देखने को मिल रही है।बाढ़ के कारण कई घर और सरकारी संस्थान बिल्कुल बर्बाद हो गए हैं। बाढ़ के कारण लोगों को काफी नुकसान भी उठाना पड़ा है। लोग अपने घरको छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को मजबूर हैं। पाकिस्तान की शाहबाज शरीफ सरकार भी लगातार बाढ़ पीड़ितों की मदद की कोशिश कर रही है लेकिन इस समय पाकिस्तान की आर्थिक हालत बिल्कुल भी सही नहीं है। बाढ़ के कारण यहां पर कई बीमारियों के फैलने का भी खतरा उत्पन्न हो गया है जिसको देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने पाकिस्तान को आगाह किया है।
विश्व स्वास्थ संगठन ने पाकिस्तान को आगाह करते हुए कहा है कि पाकिस्तान के हालात को देखते हुए वहां और भी ज्यादा मानवीय स्थिति खराब होने की आशंका है।हालांकि पाकिस्तान के लिए इस समय राहत की बात यह है कि पाकिस्तान की मदद के लिए विश्व के कई देश सामने आए हैं। हाल ही में जापान ने पाकिस्तान में आई बाढ़ के कारण उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए पाकिस्तान को 70 लाख डॉल की आपातकालीन मदद देने का वादा किया है। इसके साथ ही अन्य कई देश भी पाकिस्तान की मदद के लिए सामने आए हैं। पाकिस्तान में आई भीषण बाढ़ का कारण मूसलाधार मानसूनी बारिश और जलवायु परिवर्तन को माना जा रहा है।
बता दें कि पाकिस्तान में इस समय 3.3 करोड़ से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं और यह स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं है।डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में बाढ़ के कारण 1460 से अधिक स्वास्थ्य केंद्र को नुकसान पहुंचा है। साथी वैसे स्वास्थ्य केंद्रों की संख्या 432 है जो पूरी तरह से बाढ़ के कारण बर्बाद हो गए हैं। लोगों को सही चिकित्सा ना मिलने के कारण यहां बीमारियां फैल रही हैं।
बता दें कि डब्ल्यूएचओ और उनके सहयोगियों के द्वारा पाकिस्तान में 4500 से अधिक चिकित्सा शिविरों को यहां स्थापित किया गया है ताकि लोगों की मदद की जा सके। बाढ़ से प्रभावित मरीजों को जल्द ठीक किया जाना जरूरी है वरना स्थिति और भी खराब हो सकती है।बता दें कि बाढ़ के कारण पाकिस्तान में मलेरिया, डेंगू, हेपेटाइटिस और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। पाकिस्तान की हालत को देखकर कई देश उसकी मदद के लिए सामने आ रहे है जिसस पाकिस्तान में स्थिती सुधरने की उम्मीद जताई जा रही है। ReplyForward