मंगलवार को एक निजी इंटरव्यू के दौरान शाहरुख के बेटे आर्यन की ड्रग्स केस में गिरफ्तारी के सवाल पूछे जाने पर गीतकार जावेद अख्तर ने बॉलीवुड को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा की फिल्म इंडस्ट्री अपने हाई प्रोफाइल नेचर के कारण अक्सर ही निशाने पर रहती है और इसकी कीमत भी चुकाती है।
उन्होंने आगे कहा, “यही कीमत फिल्म इंडस्ट्री को हाई प्रोफाइल होने के कारण चुकानी पड़ती है। जब आप हाई प्रोफाइल होते हैं, तो लोग आपको नीचे खींचने में मजा लेते हैं, आप पर गंदगी फेंकते हैं। यदि आप कुछ नहीं हैं, तो आपके पास पत्थर फेंकने का समय किसके पास है?”
जावेद ने आगे कहा, आपको एक बंदरगाह पर एक अरब डॉलर की कोकीन मिलती है। वहीं दूसरी ओर कहीं और 1200 लोग थे जहां गांजा और कुल मिलाकर 1 लाख 30 हजार रुपये की रकम मिली। अब यह एक बड़ी नेशनल न्यूज बन गई है लेकिन मैंने अरबों डॉलर की कोकीन पर कोई हेडलाइन नहीं देखी। बता दें उन्होंने यह बातें अख्तर लेखक अल्मास विरानी और श्वेता समोता द्वारा लिखित पुस्तक ‘चेंजमेकर्स’ के विमोचन के दौरान कही।
फिलहाल आर्यन खान फिलहाल आर्थर रोड जेल में बंद हैं। एक विशेष अदालत ने पिछले हफ्ते उनकी और दो अन्य की जमानत याचिकाओं पर आदेश के लिए 20 अक्टूबर की तारीख तय की थी।
वहीं, बांग्लादेश में हिंदुओं की हो रही हत्याओं और उन्हें निशाना बनाए जाने को लेकर भी अख्तर ने अपनी राय रखते हुए कहा, “जहां कहीं भी अल्पसंख्यकों के खिलाफ अन्याय हो, जहां कहीं भी दमन हो, मैं चिंतित हो जाता हूं। फिर चाहे दुनिया में कहीं भी ऐसा क्यों ना हो। यह बेहद शर्म की बात है कि ऐसा बांग्लादेश में हो रहा है। हसीना शेख की पहचान एक उदारवादी नेता के तौर पर बनी थी और उनके नाक के नीचे ऐसी वारदातें हो रहीं हैं। ऐसी घटनाएं भारत में हों या फिर कहीं बाहर, यह बेहद चिंता का विषय है।”