निर्जला एकादशी का व्रत इस बार हिंदू पंचांग के अनुसार 10 जून को पड़ रहा हैै। निर्जला एकादशी का व्रत सभी एकादशी व्रतों में सर्वोत्तम माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन उपवास रखने और भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से सभी पाप मुक्त होते हैं इस दिन दान पुण्य का भी विशेष महत्व है।
निर्जला एकादशी का व्रत करने से परिवार में सुख शांति और समृद्धि आती है तथा कई काल कष्ट दूर होते हैं। इस लेख में हम आपको निर्जला एकादशी के दिन व्रत रखने के दौरान कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए इसके बारे में बताने जा रहे हैंं। तो आइए जानते हैं।
1. शास्त्रों के अनुसार निर्जला एकादशी का व्रत रखने के पहले वाली और बाद वाली रात में चावल का सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि जो लोग एकादशी व्रत में चावल खाते हैं वे अगले जन्म में कीड़े मकोड़ों के रूप में जन्म लेते हैं।
2. व्रत के दौरान मनसा वाचा कर्मणा ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।
3. निर्जला एकादशी के व्रत के दौरान नमक का सेवन बिल्कुल भी ना करें हमेशा सात्विक फलाहार का सेवन करें।
4. निर्जला एकादशी पर मसूर की दाल, मूली, बैंगन, चावल और सेम आदि का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।