यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है जिसको लेकर सियासत के गलियारों में अभी से गहमागहमी तेज हो गई है. एक और जहां भाजपा ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियां शुरू कर दी है तो वहीं कांग्रेस भी पीछे नहीं है.
दरअसल, कांग्रेस अब पूरी तरह यूपी में अपनी जमीन मजबूत करने में लग गई. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा लगातार रैलियों में भाग लेना और राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोलना जारी है. ये दिखाता है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस भी तैयार है.
यूपी की राजनीति में निषाद मतदाताओ की भूमिका अहम है और पूर्वांचल में निषाद मतदाता कई सिटों पर निर्णानायक भूमिका में होते है. इसी बीच अब इन्हें साधने के लिए कांग्रेस यूपी में ‘नदी अधिकार यात्रा’ निकाल रही हैं. दरअसल, इसके सहारे कांग्रेस यूपी में अभी से अपना महौल बनाने में जुट गई है.
कल कांग्रेस की नदी अधिकार यात्रा यूपी के प्रयागराज घूरपुर के बसवार के यमुना घाट से बसवार गांव में पुलिस उत्पीड़न के शिकार निषादों को मुद्दा बनाकर निषाद समुदाय को उनका हक दिलाने के लिए निकाली गई. आपको बता दें कि चार फरवरी को पुलिस प्रशासन ने अवैध बालू खनन रोकने के नाम पर बसवार गांव के निषाद समुदाय के लोगों पर जमकर बल प्रयोग किया था.
घाट पर खड़ी दर्जनों नावों को जेसीबी से तोड़ दिया था. इसे लेकर निषाद समाज को न्याय दिलाने के लिए सभी राजनैतिक पार्टियां बारी-बारी बसवार गांव पहुंचकर निषाद समाज को हमदर्दी का मरहम लगा रहीं हैं .कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी बीते दिनों बसवार पहुंचीं थी और दस लाख रुपये की आर्थिक मदद कर राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी. माना जा रहा है कि कांग्रेस इसके सहारे राज्य में निषाद वोटरो के साधने में जुटी है. आपको बता दे कि कांग्रेस पार्टी की यूपी में नदी अधिकार यात्रा 1 मार्च से शुरू हुई है और ये 20 मार्च को यूपी के बलिया में मांझी घाट पर समाप्त होगी.