पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से इस्तीफे के बाद कांग्रेस आलाकमान द्वारा सिद्धू को मानने की जोर आजमाइश जारी है। इस बीच सोनिया गांधी की मेहनत रंग लाती नजर आ रही है। दरअसल इस्तीफे के ठीक एक दिन बाद सिद्धू ने आज मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बातचीत के आमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। बता दें चरणजीत सिंह चन्नी ने सिद्धू को फोन कर बातचीत के लिए आमंत्रित किया था।
कांग्रेस पार्टी की तरफ से उन्हें मनाने की लगातार कोशिशों के बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर कहा कि वो किसी भी तरह की चर्चा के लिए तैयार हैं। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, “मुख्यमंत्री ने मुझे बातचीत के लिए आमंत्रित किया है । आज दोपहर 3:00 बजे पंजाब भवन, चंडीगढ़ पहुंचकर जवाबी कार्रवाई करूंगा। किसी भी चर्चा के लिए उनका स्वागत है।”
बता दें सिद्धू ने मंगलवार दोपहर पंजाब कांग्रेस प्रधान पद से इस्तीफा दिया था। ठीक उसके कुछ देर बाद कोषाध्यक्ष गुलजार इंदर चहल ने भी इस्तीफा दे दिया। इसके बाद सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार पूर्व DGP मुहम्मद मुस्तफा की पत्नी और कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना ने भी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। थोड़ी देर बाद महासचिव योगेंद्र ढींगरा ने भी इस्तीफा दे दिया था।
सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा था कि पार्टी का जो हेड होता है, उसे परिवार में अपनी बात रखनी होती है पार्टी प्रधान परिवार का मुखिया होता है। उन्हें कोई ऐतराज है तो आएं और बात करें। जिसके बाद आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी नवजोत सिंह सिद्धू के रुख का समर्थन करते हुए चरणजीत सिंह चन्नी को “दागी” लोगों को बाहर निकालने और अपने पूर्ववर्ती द्वारा किए गए वादों को पूरा करने के लिए कहा।