संयुक्त राष्ट्र के जलवायु शिखर सम्मेलन COP26 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के हिस्सा नहीं लेने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा है की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का COP26 समिट में शामिल नहीं होना एक बड़ी गलती है। चीन ने दुनिया के सामने और सीओपी में मौजूद लोगों के सामने भरोसा खोया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने COP26 समिट में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह बात कही।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, “चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का COP26 समिट में शामिल नहीं होना एक बड़ी गलती है। बाकी दुनिया चीन की तरफ देख रही है और पूछ रही है कि वे क्या योगदान दे रहे हैं। उन्होंने दुनिया के सामने और सीओपी में मौजूद लोगों के सामने भरोसा खोया है। समिट में शामिल नहीं होना विश्व स्तर पर शी के प्रभाव को कम करेगा।”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वे चीन के साथ सशस्त्र टकराव की संभावनाओं को लेकर चिंतित नहीं है। बाइडन ने कहा कि उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को साफ किया है कि यह प्रतिस्पर्द्धा है ना कि टकराव। उन्होंने कहा, “क्या मैं चीन के साथ सशस्त्र टकराव या दुर्घटनावश जो हो रहा है, उसे लेकर चिंतित हूं? नहीं, मैं नहीं हूं। लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा था और मैं सोचता हूं कि हमने इस बारे में बात की है।”
बता दें चीन ने आरोप लगाया था कि सम्मेलन के आयोजकों ने जिनपिंग के संबोधन के लिए वीडियो लिंक उपलब्ध नहीं कराया, जिसके चलते उन्हें लिखित बयान भेजना पड़ा। चीन ने अपने लिखित बयान में जलवायु चुनौतियों से संयुक्त रूप से निपटने के वास्ते सभी देशों से कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया। साथ ही चीन ने कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए त्रिस्तरीय योजना का प्रस्ताव रखा।