केंद्र सरकार ने अब पूरे देश में पहली कक्षा में दाखिले की उम्र 6+ कर दी है। इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश जारी किया गया है। देश की शिक्षा पर ध्यान रखने वाले लोगों ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। इसी कड़ी में सेंटर फोर एजुकेशन ग्रोथ एंड रिसर्च के डायरेक्टर रविश रोशन ने सरकार की इस नीति का स्वागत किया है जिसमें कक्षा 1 में प्रवेश के लिए 6 साल उम्र किया गया है। यह नियम देश भर में लागू होगा। केंद्र सरकार के इस कदम पर रविश रोशन ने कहा कि सीईजीआर पहले भी इस तरह की निर्णय के लिए वकालत करता रहा है।
रविश रोशन ने कहा कि पहले बाइस ऐसे राज्य थे जहां क्लास 1 में नामांकन के लिए 6 वर्ष होनी चाहिए थी। वहीं 14 ऐसे राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश भी थे जहां न्यूनतम उम्र पांच वर्ष साढ़े पांच वर्ष था। उम्र में समानता नहीं होने से इसका खामियाजा छात्रों को एक राज्य से दूसरे राज्य में शिफ्ट होने या प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने पर उठाना पड़ता था।
सीईजीआर के डायरेक्टर ने कहा कि सरकार के इस निर्णय से एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवेश देने में कठिनाइयां होती थी लेकिन इससे अब निजात मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि अब यह सभी राज्यों में पहली कक्षा में दाखिले की एक उम्र होने से आयुवर्ग के आधार पर नामांकन के जुटाए जाने वाले ब्योरे में भी गलती नहीं होगी। साथ ही इससे राज्यों और राष्ट्रीय स्तर पर शुद्ध नामांकन अनुपात पर मिल सकेगा।