अमेरिका से दुनिया का पहला ऐसा मामला सामने आया है जहां सूअर की किडनी इंसान में ट्रांस्प्लांट की गई है। जी हां यह ट्रांसप्लांट न्यूयॉर्क के NYU लेंगवन हेल्थ हॉस्पिटल में किया गया। किडनी ठीक से काम करेगी या नहीं, इसे जांचने के लिए सबसे पहले प्रयोग किया गया। मरीज के शरीर में खून लाने और ले जाने वाली वाहिकाओं से नई किडनी को जोड़ा। अगले 3 दिन तक इस पर नजर रखी गई।
शोधकर्ता डॉ. रॉबर्ट मॉन्टगोमेरी का कहना है, किडनी को इंसान के शरीर ने स्वीकार कर लिया और सामान्य तरीके से काम करने लगी। डॉ. रॉबर्ट कहते हैं, नई किडनी ने उतना ही यूरिन रिलीज किया जितना ट्रांसप्लांट के बाद उससे उम्मीद की जाती है। सब-कुछ सामान्य रहा। ट्रांसप्लांट से पहले मरीज में क्रिएटिनीन का लेवल अधिक था जो किडनी को डैमेज करता है। ट्रांसप्लांट के बाद यह सामान्य हो गया।
बता दें अमेरिका में 1,07,000 ऐसे लोग है जो ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए इंतजार कर रहे हैं। इनमें 90 हजार से अधिक ऐसे हैं जिन्हें किडनी की जरूरत है। एक इंसान को औसतन किडनी के लिए 3 से 5 तक इंतजार करना पड़ता है। वहीं, यूके की बात करें तो वहां 6,100 से अधिक लोग ऑर्गन ट्रांसप्लांट कराने की कतार में हैं। इसमें से 4,584 मरीजों को किडनी ट्रांसप्लांट की सख्त जरूरत है।