भारतीय सेना में भर्ती के लिए केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना को लेकर देशभर में इन दिनों विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। आर्मी में जाने की तैयारी कर रहे छात्र इन दिनों प्रदर्शन कर रहे हैं और देश के कई छोटे-बड़े शहरों से हिंसात्मक प्रदर्शन की खबरें सामने आई हैं। इसी बीच वाराणसी शहर को आज (20 जून) पूरी तरह से पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गाया है। दरअसल, इसके पीछे का कारण सोशल मीडिया पर भारत बंद को लेकर उड़ी अफवाह है।
इसको देखते हुए वाराणसी पुलिस अलर्ट मोड में है और फिलहाल पूरे शहर को एक तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है। वाराणसी में रेलवे स्टेशन से लेकर हाईवे तथा शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की टुकड़ी तैनात है। अग्निपथ योजना का पुरजोर विरोध उत्तर भारत में देखने को मिला है। 17 जून को जहां प्रदर्शनकारियों ने बनारस में घंटों तक उत्पात मचाया था।
कैंट रेलवे स्टेशन, कैंट रोडवेज के साथ ही आसपास के इलाकों में जमकर तोड़फोड़ की गई और इस प्रकार कई सरकारी संपत्तियों को निशाना बनाया गया। वही सोशल मीडिया पर 20 जून यानि सोमवार के दिन भारत बंद के ऐलान के मद्देनजर पुलिस ने पूरी तैयारी की है। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए लगातार हर पहलू पर नजर रखी जा रही है। पुलिस लगातार इंटरनेट पर भी नजर रख रही है ताकि किसी प्रकार की अफवाह ना फैले। हाईवे पर आने – जाने वाली बसों पर भी निगाह रखी जा रही है।
साथ ही वाराणसी के 8 सैनिक कोचिंग संस्थानों को भी नोटिस दिया गया है।बता दें कि 17 जून को वाराणसी में अग्निपथ योजना के विरोध में किए गए प्रदर्शन के दौरान 9 एफ आई आर दर्ज की गई थी और 27 लोगों को जेल भेजा गया था। वहीं अन्य 57 लोगों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी में पुलिस लगी हुई है। जानकारी के मुताबिक वाराणसी में 12 लाख से अधिक रुपए की सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना को लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार हरियााणा, हिमाचल, उत्तराखंड और दक्षिण भारत के कई शहरों में भी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला है। लेकिन बिहार और उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार से अग्निपथ योजना को लेकर प्रदर्शनकारियों ने उपद्रव मचाया है उससे सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है।