अक्षय तृतीया का पर्व इस बार 3 मई यानी कि मंगलवार के दिन मनाया जाएगा। अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है और इस दिन भगवान विष्णु और महालक्ष्मी की पूजा की जाती है। अक्षय तृतीया का पर्व इस बार मंगलवार को पड़ रहा है जिस कारण से कई शुभ संयोग भी बन रहे हैं। अक्षय तृतीया के दिन लोग मां लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से घर में धन और खुशियों की कमी कभी नहीं होती है। अक्षय तृतीया के दिन प्रातः स्नान कर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की एक साथ पूजा करनी चाहिए, इससे मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं। अक्षय तृतीया का दिन काफी शुभ होता है. तो आइये जानते हैं कि अक्षय तृतिया का पर्व इतना महत्वपूर्ण क्यों है ?
1. अक्षय तृतीया के दिन माँ गंगा का अवतरण धरती पर हुआ था।
2. महर्षी परशुराम का जन्म अक्षय तृतीया के दिन ही हुआ था ।
3. माँ अन्नपूर्णा ने भी अक्षय तृतीया के दिन ही जन्म लिया था l
4. भगवान श्री कृष्ण ने इसी दिन द्रोपदी को चीरहरण से बचाया था।
5. वो अक्षय तृतीया का ही दिन था जब काफी लंब समय के बाद भगवान कृष्ण और सुदामा का मिलन हुआ था.
6. अक्षय तृतीया के दिन ही कुबेर को खजाना मिला था।
7. सतयुग और त्रेता युग का प्रारम्भ अक्षय तृतीया के दिन ही हुआ था
8. ब्रह्मा जी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण भी अक्षय तृतीया के दिन ही के दिन हुआ था।
9. प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री बद्री नारायण जी का कपाट अक्षय तृतीया के दिन ही के दिन ही खोला जाता है ।
10. वृन्दावन के बाँके बिहारी मंदिर में साल में केवल अक्षय तृतीया के दिन ही के दिन श्री विग्रह चरण के दर्शन होते है. वरना साल भर वो वस्त्र से ढके रहते है।
11. इसक अलावा अक्षय तृतीया अपने आप में स्वयं सिद्ध मुहूर्त है कोई भी शुभ कार्य का प्रारम्भ इस दिन किया जा सकता है.