आपने कई ऐसी मिसालें सुनी होगी कि कई लोगों ने विदेशों में मिली मोटी सैलरी वाली नौकरी को छोड़ कर अपना बिजनेस शुरू किया और वे काफी कामयाब भी हुए। ये बात बिल्कुल सच है ऐसे कई लोग हैं जो विदेशों की या फिर भारत में ही बड़ी कंपनियों की मोटी सैलरी वाली नौकरी छोड़ कर खुद का बिजनेस या फिर एग्रीकल्चर की ओर रुख किए हैं। ऐसा ही एक उदाहरण है शाहजहांपुर के बीटेक पास युवा 25 साल के अंशुल मिश्रा। दरअसल अंशु मिश्रा शाहजहांपुर के जलालाबाद ब्लाक के जिलौआ गांव के रहने वाले हैं। उन्हें विदेश में अच्छी सैलरी की नौकरी का ऑफर मिला था लेकिन उन्होंने ठाना की वे देश में रहकर ही अपने देश के लिए कुछ करेंगे। कंप्यूटर साइंस बीटेक पास इस युवा ने ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरू की और वर्तमान में वे साल में 35 लाख से अधिक रूपए की कमाई कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन आत्मनिर्भर भारत को साकार करने में अंशुल जैसे युवा आजकल आदर्श बनकर उभरे हैं। बात अगर 25 वर्षीय अंशुल मिश्रा की करें तो उन्होंने महाराष्ट्र के सोलापुर से 1600 ड्रैगन फ्रूट के पौधे खरीद कर अपनी जमीन पर लगाए थे। इसके बाद उनकी इनकम शुरू हुई तो आगे बढ़ती ही चली गई। बता दे कि अंशुल मिश्रा ने 5 एकड़ जमीन पर 20000 ड्रैगन फ्रूट के पौधे लगाए हैं। ड्रैगन फ्रूट के पौधों की अगर बात की जाए तो यह पौधे 1 साल में 7 बार फल देते हैं। ड्रैगन फ्रूट की एक खासियत और है कि इसका पौधा 35 साल तक लगातार फ्रूट देता है जिससे फायदा बढ़ता ही जाता है।
ड्रैगन फ्रूट की कीमत इस समय बाजार में अच्छी खासी है ड्रैगन फ्रूट महंगा होता है लेकिन इसके फायदे काफी ज्यादा है। ड्रैगन फ्रूट स्वाद में स्वादिष्ट तो होता ही है, साथ ही इससे स्वास्थ्य को कई प्रकार की फायदे भी मिलते हैं। अंशुल मिश्रा बताते हैं कि उन्होंने कि वे ड्रैगन फ्रूट की खेती करते हैं और देश के अन्य राज्यों जैसे कि बिहार, मध्य प्रदेश, हरियाणा और अन्य राज्यों के किसानों को ड्रैगन फ्रूट के पौधे भी बेच रहे हैं। साथ ही उन्होंने इन किसानों को ड्रैगन फ्रूट के पौधे उगाने की ट्रेनिंग देना भी शुरू किया है।
अंशुल मिश्रा कहते हैं कि ड्रैगन फ्रूट की खेती अगर की जाए तो किसानों की आय दोगुनी नहीं बल्कि चौगुनी हो सकती है। बता दें कि अंशुल मिश्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपना आदर्श मानते हैं और वे लगातार ड्रैगन फ्रूट की खेती कर लाखों की कमाई महीने में कर रहे हैं और इससे लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान हो रहे हैं।
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