महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट समय बीतने के साथ ही और गहराता जा रहा है। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे द्वारा बगावत किए जाने और उनके साथ 40 से अधिक विधायकों का समर्थन होने के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल सी मची हुई है। एकनाथ शिंदे ने दरअसल महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से महाराष्ट्र विकास आघाडी से निकलने की मांग रखी है। इस मांग को रखे जाने के बाद इस को लेकर चर्चा भी तेज हो गई है। वर्तमान में महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी की सरकार है जिसमें शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी शामिल है।
वहीं जब एकनाथ शिंदे द्वारा सीएम उद्धव ठाकरे से महाराष्ट्र विकास आघाडी को छोड़कर बीजेपी के साथ सरकार बनाने की मांग एकनाथ शिंदे द्वारा रखी गई तो इसको लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट पर लगातार चर्चा हो रही है। महाराष्ट्र में सरकार बचेगी या नहीं इसका तो फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन एकनाथ शिंदे द्वारा यह कहा जाना कि सीएम उद्धव ठाकरे एनसीपी और कांग्रेस का साथ छोड़ बीजेपी की सरकार बनाएं उसने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
इसके साथ ही सबसे ज्यादा अचरज लोगों को कल रात को हुआ जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात दक्षिणी मुंबई स्थित मुख्य्मंत्री आवास को खाली कर दिया और बांद्रा स्थित अपने आवास चले गए । बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे द्वारा 2 दिन पहले बगावत की जाने और बागी विधायकों के तेवर में कोई नरमी ना आप आने के कारण मजबूरन महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को यह कदम उठाना पड़ा है। साथ ही खबर है कि असम में 40 से अधिक विधायकों के साथ एक फाइव स्टार होटल में ठहरे हुए एकनाथ शिंदे के कैंप को कुछ और विधायक ज्वाइन करने वाले हैं।
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट को लेकर एनसीपी और कांग्रेस भी बैठक कर रहे हैं और अपने विधायकों से संपर्क बनाए हुए हैं। महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनने की बात पर चर्चा भी शुरू हो गई है जहां भाजपा के कई नेता मुंबई में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास पर पहुंचे। इसी बीच शिवसेना के बागी विधायकों द्वारा सीएम उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी भी लिखी गई है।