पश्चिम बंगाल विधानसभा चनाव के मद्देनजर बंगाल में वाम मोर्चा ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. पहले चरण के चुनाव से वाम मोर्चा द्वार जारी किए गए घोषणापत्र में जनता के हमेशा की तरह कई वादे किए गए है. बात अगर वाम मोर्चा की करे तो वाम मोर्चा पिछले 10 वर्षो से बंगाल की सत्ता से बाहर है. वाम मोर्चा की अगुवाई भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी कर रही है और वाम मोर्चा में कांग्रेस और आईएसएफ शामिल है.
वाम मोर्चा द्वारा जारी किए गए घोषणापत्र में कहा गया है कि अगर बंगाल में वाम मोर्चा की सरकार बनती है तो राज्य में सीएए और एनआरसी को लागू नहीं किया जाएगा. साथ ही राज्य में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सनिश्चित करने की बात भी इस घोषणापत्र में की गई है. साथ ही वाम मोर्चा ने अपने घोषणापत्र में बंगाल की जनता से राज्य में बड़े पैमाने पर उद्योगों के निर्माण के लिए विशिष्ट और प्रभावी नीतियां बनाने और इसके अलावा 100 दिन के रोजगार कार्यक्रम को ग्रामीण से शहरी क्षेत्रों तक बढ़ाने तथा काम और मजदूरी को बढ़ाकर 150 दिन किए जाने का वादा किया है. इसके अलावा कई अन्य वादे भी वाम मोर्चा ने अपने घोषणापत्र में किए है.