पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी इस बार नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव लड़ रही है. बंगाल की भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम सीट से चुनावी ताल ठोकना कई बातों की और इशारा करता है. नंदीग्राम ममता बनर्जी के अतीत से जुड़ा हुआ है.
नंद्रग्राम की आंदोलन भला कोई कैसे भुला सकता है. भवानीपुर की सीट को छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने को लेकर ममता बनर्जी कहती है कि नंदीग्राम उनके लिए नया नहीं है और वो हमेशा से नंदीग्राम या सिंगूर से चुनाव लड़ना चाहती थी.
ममता बनर्जी ने तो ये भी कहा कि वो अपना नाम भूल सकती हैं पर नंदीग्राम नहीं. नंदीग्राम ही वो जगह हैं जहां से ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की सत्ता के शिखर तक पहुंची थी.
लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में नंदीग्राम से चुनाव लड़ना ममता बनर्जी के लिए आसान नहीं रहने वाला है क्योकि कभी उनके सबसे करीबी रहे सुवेंदु अधिकारी से इस सीट पर उनका मुकाबला है.
सुवेंदु अधिकारी भाजपा की और से नंदीग्राम से उम्मीदवार है और वर्तमान में नंदीग्राम की सीट हाइप्रोफाइल सीट बन गई है. नंदीग्राम में अब जीत किसकी होगी ये देखने वाली बात होगी.